- 10,277 देखी गई आयरन की कमी, कम पाया गया हीमोग्लोबिन

- 1428 प्रेग्नेंट महिलाओं को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में रखा

 

 

Meerut : जिले की कुल रजिस्टर्ड प्रेग्नेंट महिलाओं में म्भ् फीसदी की आयरन की कमी पाई गई है। ये बात स्वास्थ्य विभाग के मातृत्व सप्ताह में सामने आई है। 27 जनवरी से 5 फरवरी तक आयोजित होने वाले कैंप में 15,798 प्रेग्नेंट महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 10,277 लोगों में आयरन की कमी पाई गई। 9203 प्रेग्नेंट महिलाओं में 7 से 11 के बीच हीमोग्लोबिन पाया गया था। वहीं 1074 महिलाओं में 7 से कम हीमोग्लोबिन पाया गया था।

 

87 फीसदी महिलाएं हुई शामिल

इस मातृत्व सप्ताह में 18,231 प्रेग्नेंट महिलाओं को रजिस्टर्ड किया गया था, लेकिन चेकअप कराने के लिए सिर्फ 15,798 प्रेग्नेंट महिलाएं ही आई। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इन के लिए 1517 कैंप का आयोजन किया गया था। इन कैंप में महिलाओं के ब्लड, यूरीन, पेट, ब्लड प्रेशर की जांच की गई थी। कैंप में 5250 प्रेग्नेंट महिलाओं को टिटनेस के इंजेक्शन भी लगाए गए।

 

9 फीसदी में हाई रिस्क प्रेग्नेंसी

15798 प्रेग्नेंट महिलाओं में 9 फीसदी यानी 1428 में हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में देखी गई। डॉक्टर्स के अनुसार, जिनका हीमोग्लोबिन 7 से कम होता है, ब्लड प्रेशर, शुगर कम या ज्यादा होता है, एल्ब्यूमिन की कमी होती है। उन्हें हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में रखा जाता है।

 

आयरन की कमी सबसे अधिक

जब इन सभी की सीएचसी में बुलाया गया तो सिर्फ 1007 की जांच ही हो सकी। 5 फरवरी को हुई जांच में पाया गया कि 456 प्रेग्नेंट महिलाओं में हीमोग्लोबिन 7 से कम पाया गया। क्फ्फ् में ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम मिली। 80 में पहली प्रेग्नेंसी में प्रॉब्लम पाई गई थी। 19 में शुगर की प्रॉब्लम मिली थी। 334 प्रेग्नेंट महिलाओं में अन्य परेशानी पाई गई थी।

 

 

जिन प्रेग्नेंट महिलाओं में आयरन की कमी पाई गई है उन्हें आयरन की टैबलेट दी गई है। सभी का प्रॉपर इलाज के साथ सभी तरह के उपाय बताए गए हैं।

- डॉ। रमेश चंद्रा, सीएमओ, मेरठ

 

 

खानपान में लापवाही बड़ी वजह

मातृत्व सप्ताह के कोऑर्डिनेटर और एसीएमओ डॉ। एसीएमओ एससी जोहरी ने बताया कि देहात के इलाकों में प्रेग्नेंट महिलाएं अपने खानपान में काफी लापरवाही बरतती हैं। महिलाओं को इस सप्ताह में समय-समय पर आयरन की टैबलेट के अलावा पौष्टिक आहार लेने को कहा गया है। ताकि उनके आयरन की भरपूर मात्रा बन सके। साथ रुटीन चेकअप कराने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने आगे बताया कि जिले की सभी पीएचसी और सीएचसी के माध्यम से सभी को बुकलेट भी डिस्ट्रीब्यूट की गई है। जिसमें प्रेग्नेंट महिलाओं को क्या नहीं और क्या करना चाहिए सभी बातें दी गई हैं।

Posted By: Inextlive