धीमी गति से बढ़ रही यमुना-गंगा, प्रशासन समेत लोगों को आया चैन

ALLAHABAD: मौजूदा मानसून में नदियों की चाल ने अभी तक लोगों को राहत नहीं दी है। एक बार फिर गंगा-यमुना में जलस्तर की बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी हो गई है, जिससे कछारी इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि यह क्षणिक है और जिस तरह से मध्य प्रदेश और पश्चिमी उप्र में बारिश हो रही है उससे आने वाले दिनों में उफान की संभावना बनी रहेगी।

दिल से नहीं निकल रहा डर

इस बार बार बारिश में चार बार नदियों में उफान की स्थिति बन चुकी है। रह-रहकर गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ने लगता है। रविवार को दोनों नदियों की बढ़ने की रफ्तार घटकर तीन से चार सेमी प्रति पंद्रह घंटे हो गई। जिससे कछारी इलाकों में रहने वालों को चैन मिला। अधिकारियों का कहना है कि अभी नरौरा से छोड़ा जाने वाला पानी इलाहाबाद नहीं पहुंचा है। इसके आने से फिर से उफान की स्थिति नब सकती है। यही कारण है कि रफ्तार कम होने के बावजूद निगरानी रखी जा रही है।

भक्तों को भी है इंतजार

बाढ़ से भले ही लोगों को डर लगता है, लेकिन भक्तों की मनोकामना है कि गंगा मैय्या एक बार संगम स्थित बड़े हनुमानजी को स्नान जरूर कराएं। लगभग हर साल यही स्थिति बनती है, जब बजरंगबली गंगा स्नान करते हैं। इस बार यह स्थिति बनते-बनते रह गई है। उधर, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग (बाढ़ खंड) मनोज सिंह का कहना है कि अभी नरौरा का पानी यहां पहुंचा नहीं है। पानी पहुंचने पर जलस्तर में इजाफा हो सकता है।

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जलस्तर पर नजर

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डेंजर जोन--84.734 मीटर

फाफामऊ--79.69 मीटर

छतनाग --77.73 मीटर

नैनी--78.34 मीटर

Posted By: Inextlive