आगरा। नन्हें-मुन्ने बच्चों की मुट्ठी में अब उनकी तकदीर नहीं बल्कि चिल्लर जरूर मिल जाएगी जो उनके भविष्य का भयानक निर्माण कर रही है। सिटी में बच्चों से भीख मंगवाने वाला गैंग सक्रिय है। दूर-दराज के क्षेत्रों से भटक कर आए बच्चे इस गैंग के शिकार हो जाते हैं। सिटी के रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, धार्मिक स्थल आदि इन जगह पर गैंग के सदस्यों की सक्रियता रहती है। इसका खुलासा तब हुआ जब चाइल्ड लाइन ने दो बच्चियां भीख मांगते हुए बरामद कीं। पूछताछ में गैंग का खुलासा हुआ है।

परिवार के अभाव में हुए शिकार

ऐसे कई बच्चे हैं जो परिवार के अभाव में भिक्षावृत्ति की तरफ बढ़ गए हैं। लेकिन बच्चे यह अपनी इच्छा से नहीं बल्कि यह काम उनसे करवाया जा रहा है। इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों की भीख मांगती भीड़ इसी नेटवर्क का एक हिस्सा है।

चाइल्ड लाइन ने बरामद कीं दो बच्चियां

चाइल्ड लाइन के कोऑर्डिनेटर नरेंद्र परिहार ने बताया कि 27 मार्च को आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से दो बच्चियों को बरामद कर आश्रय गृह के सुपुर्द किया है। काउंसिलिंग में बच्चियों ने जो बताया उससे अंदेशा बना रहा है कि भिक्षावृत्ति में एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। यह गैंग प्रोफेशनल तरीके से बच्चों से भीख मंगवाता है। कई स्थानों पर भीख मांगते बच्चे इसी नेटवर्क का हिस्सा हैं।

भीख मांगती मिली बच्ची

बरामद की गई बच्ची 10 वर्षीय मीना ने काउंसिलिंग में बताया कि वह आंध्र प्रदेश के निजामाबाद हैदराबाद की है। पिछले एक-डेढ़ वर्ष से वह आगरा में है। उसके माता-पिता का विवाद हुआ। तलाक के बाद दोनों ने अलग-अलग निकाह कर लिया। वह कुछ दिन अपनी नानी के यहां पर रही लेकिन नानी ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद वह एक गुरुद्वारे पर रही वहां पर उसकी मुलाकात दूसरी लड़की से हुई।

लड़की ले आई आगरा

मीना को गुरुद्वारे पर 12 वर्षीय सीता दोनों काल्पनिक नाम मिली। वह उसी के साथ आगरा आई। यहां पर वह आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने लगी। जो बच्चे पहले से भीख मांगते थे कूड़ा बीनते थे उनसे सम्पर्क हुआ तो एक नेता का नाम सामने आया। वह बच्चे कूड़ा बीन कर व भीख मांग कर उस नेता को रुपया देने लगे। बच्ची भी भीख मांग कर नेताजी को देने लगी। वहीं पर रहने भी लगी थी।

पुलिस में दी तहरीर

नरेंद्र परिहार के मुताबिक दोनों बच्चियों की कहानी एक जैसी है। सीता ने बताया कि उसके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। सीता को पंचशील आश्रम व मीना को बाल आश्रय गृह भेजा गया है। इस संबंध में थाना सदर में एक तहरीर भी दी है लेकिन पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। पुलिस ने अभी तक पूछताछ तक नहीं की है। जबकि नरेंद्र परिहार के मुताबिक नेता एक दूसरे बच्चे पर बच्ची को दोबारा बुलाने का दबाव बना रहा है। बच्चे से एक बार कॉल भी करवाया था। धमकी भी दी जा रही है।

आपराधिक गतिविधियों में शामिल

नरेंद्र परिहार ने बताया कि यह बच्चे भीख तो मांगते ही हैं लेकिन इसके साथ यह आपराधिक गतिविधियों में भी शामिल हो जाते हैं। मौका पाकर हाथ भी साफ कर देते हैं। बच्चे एक प्रकार के नशे के आदी होते हैं। यह बच्चे व्हाइटनर के नशे के बुरी तरह से शिकार हैं।

खुल सकता है संगीन मामला

नरेंद्र परिहार के मुताबिक जानकारी कई चीजों की मिली है। बच्चों से भीख मंगवाने या चोरी करवाने पर ही बात खत्म नहीं हो जाती कुछ एक मामले ऐसे हैं जो बच्चों के साथ संगीन अपराध के हो सकते हैं। पुलिस यदि जांच करे तो मामला खुल सकता है। यहां पर चोरी के माल की भी सप्लाई होने का आरोप है।

Posted By: Inextlive