-रांची में स्मार्ट सिटी एरिया की जमीन के ऑक्शन का खाका तैयार, नीलामी में बड़े बिल्डर होंगे शामिल

-धुर्वा के एचईसी इलाके में स्मार्ट सिटी के तहत बनाए जाएंगे अपार्टमेंट व फ्लैट

ये होगी फैसिलिटी

120 फीट की चौड़ी सड़कें होंगी, ग्रीन सोलर एनर्जी से बिजली जलेगी, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सेफ्टी एंड सिक्योरिटी फॉर सिटीजन, रिवर फ्रंट पार्क और ओपन स्पेस की सुविधा होगी, सभी जगह सीसीटीवी के नजर में होंगे।

रांची। स्मार्ट सिटी में रहने का सपना अब साकार होने वाला है। इसके लिए स्मार्ट सिटी एरिया में अपार्टमेंट और फ्लैट बनाने के लिए यहां जमीन के ऑक्शन के लिए तैयारी शुरू हो गयी है। इस ऑक्शन में देश भर के बड़े- बड़े डेवलपर व बिल्डरों को बुलाया जाएगा जो बड़ा और हाईटेक सोसायटी तैयार कर चुके हैं। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव आचार संहिता लगने से पहले ही जमीन का ऑक्शन शुरू कर दिया जाएगा।

375 एकड़ में बनेगा अपार्टमेंट

रांची स्मार्ट सिटी के तहत धुर्वा के एचईसी इलाके में 656 एकड़ में डेवलमेंट होना है। इसमें 375 एकड़ जमीन की बोली लगायी जाएगी। बाकी बची 281 एकड़ जमीन पर राज्य सरकार रोड, सीवरेज ड्रेनेज, पावर सब स्टेशन, पार्क, मैदान, कम्यूनिटी हॉल आदि की सुविधाएं तैयार करेगी।

बड़े शहरों की तर्ज पर स्टूडियो अपार्टमेंट

स्मार्ट सिटी में लोगों के रहने के लिये जो अपार्टमेंट बनाए जाएंगे वो स्टूडियो अपार्टमेंट होंगे। बड़े शहरों में जिस तरह से सभी तरह की सुविधाओं के साथ सोसायटी होता है। दिल्ली, मुम्बई, बैंग्लोर में जिस तरह से स्टूडियो अपार्टमेंट बना होता है, सेम उसी तरह से रांची स्मार्ट सिटी के अंदर भी स्टूडियो अपार्टमेंट बनाये जाएंगे।

रेट भी होगा अधिक

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस स्मार्ट सिटी में रहने वाले लोगों को मार्केट रेट से कुछ अधिक पैसा खर्च करना होगा। क्योंकि हर तरह की हाईटेक फैसिलिटी उपलब्ध रहेगी। 120 फीट की चौड़ी सड़कें होंगी। ग्रीन सोलर एनर्जी से बिजली जलेगी। सीवरेज ड्रेनेज होगा। डक्ट बना होगा, सभी केबल वायर एक जगह होंगे। अंडर ग्राउंड केबलिंग होगा। यहां रिबूस्ट आइटी कनेक्टिविटी एंड डिजिटाइजेशन सोलर जेनरेट इलेक्ट्रिसिटी, डक्ट केबलिंग, वेस्ट वाटर रिसाइक्लिंग, स्मार्ट मीटरिंग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, एनर्जी एफि शियेंट स्ट्रीट लाइट, सेफ्टी एंड सिक्योरिटी फॉर सिटीजन, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, नो व्हीकल जोन, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट, सेनिटेशन, पेडेस्ट्रीयन पाथ वे, रिवर फ्रंट पार्क और ओपन स्पेस की सुविधा होगी। सभी जगह सीसीटीवी के नजर में होंगे। वहीं स्मार्ट सिटी में अपार्टमेंट बनाने के लिए देश के बड़े डेवलपर और बिल्डर को बुलाया जाएगा। चूंकि सरकार जमीन के बड़े भूखंड की नीलामी करेगी। एक साथ बहुत सारे अपार्टमेंट का निर्माण होना है इसलिए इनकी जरूरत होगी।

तीन कैटगरी में रहेंगे लोग

स्मार्ट सिटी के अंदर तीन तरह के फ्लैट का निर्माण होगा। लोअर डेंसिटी में 50 से 200 लोग प्रति एकड़ में, मीडियम डेंसिटी में 201 से 400 लोग प्रति एकड़ तथा हाई डेंसिटी में 401 से 800 लोग प्रति एकड़ में रहेंगे। स्मार्ट सिटी के आवासीय परिसर में 69,270 लोग रहेंगे। वहां के वर्किग लोगों की संख्या 72,248 होने का अनुमान लगाया गया है।

Posted By: Inextlive