10 स्कूलों में चलेंगी स्मार्ट क्लासेज
-क्लासेज को हाईटेक बनाने पर खर्च होंगे 1.9 करोड़
-छह महीने में पहले फेज के स्कूलों में बन जाएंगी स्मार्ट क्लास बरेली। स्मार्ट सिटी के तहत अब शहर के स्कूल भी स्मार्ट होंगे। नगर निगम ने शहर के दस स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज बनाने की तैयारी कर ली है। पहले फेज में चुने गए सभी स्कूल्स सरकारी होंगे। स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाने के लिए टेंडर मांगे गए हैं। माना जा रहा है कि अगले छह महीने में पहले फेज में चुने गए स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनकर तैयार हो जाएंगी। इसके लिए 1.9 करोड़ रुपये का बजट फिक्स किया गया है। इन स्कूलों में होगी व्यवस्था कस्तूरबा बालिका इंटर कालेज मौलाना आजाद इंटर कालेज तिलक इंटर कालेज प्राथमिक विद्यालय कालीबाड़ी प्रथम प्राथमिक विद्यालय कालीबाड़ी द्वितीय प्राथमिक विद्यालय कोतवाली प्राथमिक विद्यालय मॉडल किशोर बाजार उच्च प्राथमिक विद्यालय मॉडल किशोर बाजार राजकीय ब्वॉयज इंटर कॉलेज राजकीय गर्ल इंटर कॉलेजसंचालित होंगे 30 क्लासेज
इन स्कूलों की क्लासों को ही हाइटेक बनाया जाएगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इन स्कूल्स में कुल 30 क्लास को स्मार्ट बनाया जाएगा। इसमें प्राथमिक विद्यालयों की एक-एक क्लास का चयन किया जाएगा, जबकि अन्य इंटर कालेजों में स्टूडेंट की संख्या और सुविधा को देखते हुए क्लास का चयन किया गया है। जहां एक से दो घंटे की विशेष क्लास संचालित होगी।
ऐसी होगी स्मार्ट क्लास स्मार्ट क्लासेस में ई-लाइब्रेरी, स्मार्ट साइन बोर्ड, स्पीकर,वायरलेस माइक, इंटरनेट आदि की सुविधा होगी। इतना ही नहीं प्रोजेक्टर के माध्यम से ऑनलाइन किताबें पढ़ सकेंगे। साथ ही कई जानकारियों इन्हें ऑडियो और वीडियो के माध्यम से भी दी जाएंगी। सीसी कैमरे भी लगेंगे इन स्कूल्स की स्मार्ट क्लासेज में जहां पढ़ाई स्मार्ट तरीके से कराई जाएगी वहीं क्लासेज को एसी और सीसी कैमरे से लैस किया जाएगा। स्मार्ट क्लास बनाने के लिए क्लास का सौंदर्यीकरण भी कराया जाएगा। दूसरे फेज में एडेड स्कूल बनेंगे स्मार्ट पहले फेज का काम पूरा होने के बाद सेकेंड फेज में एडेड स्कूल्स में भी स्मार्ट क्लास बनाई जाएंगी, जिससे वहां भी स्टूडेंट स्मार्ट तरीके से पढ़ाई कर सकें। इसके बाद बाकी बचे स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाने का काम थर्ड फेज में होगा। नए सेशन में मिलेगा फायदा स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाने की कवायद तो शुरू हो गई है, लेकिन इसका फायदा स्टूडेंट्स को अगले साल नए सेशन में ही मिल सकेगा। नवंबर में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा, इसके बाद छह महीने में स्मार्ट क्लास तैयार करनी होंगी। वर्जनस्मार्ट क्लास बनाने के लिए शहर के दस सरकारी स्कूलों का चयन किया गया है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही काम शुरू कराया जाएगा।
हृदय प्रकाश नारायण, नोडल अधिकारी पीएमसी-स्मार्ट सिटी