-क्यूआर कोड से लगेगा असली और नकली का पता-एक माह में शुरू हो जाएगा स्मार्ट डीएल और आरसी मिलना

DEHRADUN: यदि आपका ड्राइविंग लाइसेंस व आरसी काफी पुराना हो गया है और फट भी गया है तो चिंता करने की बात नहीं है। डीएल और आरसी अब स्मार्ट कार्ड के रूप में बनवा सकते हैं। संभागीय परिवहन विभाग की ओर से नये वाहन ख्ररीदने और पहली बार ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई करने वालों के स्मार्ट कार्ड ही बनाए जाएंगे। थर्सडे को परिवहन सचिव की ओर से इसका डेमो भी दिया जा चुका है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो एक माह के भीतर लोगों को लाभ मिलना शुरू हो जायेगा.

 

फर्जीवाड़े पर लगेगी रोक

अभी तक जो आरसी और ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जा रहे हैं वे कागज के हैं। पुराना होने ये डॉक्यूमेंट खराब हो जाते हैं, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्मार्ट कार्ड के बनने से कागज के डॉक्यूमेंट के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। वहीं दूसरी ओर फर्जी आरसी व लाइसेंस पर रोक लगाने के लिए भी इस तरह के कदम उठाये जा रहे हैं।

 

क्यूआर कोड पकड़ेगा फर्जीवाड़ा

आरसी व लाइसेंस के फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए क्यूआर कोड की मदद ली जायेगी। क्यूआर कोड को स्कैन करते ही वाहन स्वामी और लाइसेंस से जुड़ी सभी डिटेल सामने आ जायेगी। जिससे विभाग के कामकाज में पारदर्शिता आयेगी.

 

दून में साढ़े छह लाख लाइसेंस

देहरादून संभागीय परिवहन में इस समय करीब साढ़े छह लाख डीएल धारक है, इसके साथ ही ऋषिकेश, विकासनगर के संभागीय परिवहन विभाग में करीब दो लाख ड्राइविंग लाइसेंस वाले हैं, इन सभी लाइसेंसों को स्मार्ट कार्ड में बदला जायेगा।

 

विभाग की ओर से स्मार्ट आरसी व ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की पूरी तैयारी की जा चुकी है। थर्सडे को मुख्यमंत्री कार्यालय में डेमो दिया जा चुका है। एक माह के भीतर योजना को धरातल पर उतारा जायेगा।

सुधांश गर्ग, आरटीओ

Posted By: Inextlive