- 8 से अधिक योजनाएं बनीं पब्लिक सुविधा के लिए

- 1 भी योजना अभी तक रफ्तार नहीं पकड़ सकी

- 33 दिन शेष रह गए वित्तीय वर्ष समाप्त होने में

वर्तमान वित्तीय वर्ष में बनाई गई कई योजनाओं को अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है

- जनता की सुविधा के लिए कई योजनाओं का खाका खींचा गया था

- वित्तीय वर्ष समाप्त होने में 33 दिन बाकी, कब मिलेंगी सुविधाएं

LUCKNOW: वित्तीय वर्ष 2019-20 में शहर की जनता को सुविधाएं देने के लिए निगम प्रशासन की ओर से कई योजनाएं बनाई गई। इनमें से कई योजनाएं कागजों में ही सिमट गईं जबकि कई योजनाएं शुरू तो हुईं, लेकिन उनमें रफ्तार नहीं दिखी। कुल मिलाकर शहर की जनता हाईटेक सुविधाओं का इंतजार ही करती रही। अब वित्तीय वर्ष समाप्त होने में सिर्फ 33 दिन का समय शेष है, ऐसे में जनता के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर वो सुविधाएं कब मिलेंगी, जिसकी आस लगाए 300 दिन से अधिक गुजर चुके हैं। निगम प्रशासन की ओर से बनाई गई योजनाएं और उनकी वर्तमान स्थिति को फोकस करती अभिषेक मिश्र की रिपोर्ट

ये थीं दस प्रमुख योजनाएं

1-महिला हेल्प सेंटर्स-हर जोन कार्यालय में महिला हेल्प सेंटर्स खोले जाने थे, जिससे महिलाओं को निगम से जुड़ी कोई भी कंप्लेंट दर्ज कराने के लिए निगम मुख्यालय न जाना पड़े।

स्थिति-फिलहाल योजना कागजों में रह गई

2-सिंगल विंडो-हर जोन कार्यालय में सिंगल विंडो की स्थापना की जानी थी, जिसके माध्यम से पब्लिक आसानी से टैक्स इत्यादि जमा कर सकती थी।

स्थिति-अभी तक विंडो नहीं खुलीं

3-पिंक टॉयलेट्स-मार्केट एरिया, प्रमुख प्लेसेस पर इनकी स्थापना की जानी थी। सिर्फ दो से तीन जगह ही सुविधा मिली। फिलहाल पूरी योजना स्मार्ट सिटी में शिफ्ट

स्थिति-सुविधा के लिए इंतजार बरकरार

4-बेबी फीडिंग प्वाइंट्स-पिंक टॉयलेट्स के साथ ही बेबी फीडिंग प्वाइंट्स को स्थापित किया जाना था, जिससे महिलाओं को ओपन प्लेस पर फीडिंग न करानी पड़े।

स्थिति-एक भी फीडिंग प्वाइंट नहीं खुला

5-मैसेज से जानकारी-इस योजना के तहत पब्लिक को कूड़ा कलेक्शन कर्मचारी के आने-जाने की टाइमिंग एसएमएस के माध्यम से मिलनी थी।

स्थिति-अभी तक योजना कागजों में

6-आदर्श मोहल्ला-इस कांसेप्ट के तहत हर एक वार्ड के एक मोहल्ले को स्मार्ट बनाया जाना था। इस मोहल्ले में पब्लिक के लिए बेहतर लाइटिंग, क्लीन रोड एंड नाली, अतिक्रमण फ्री इत्यादि सुविधा मिलनी थी।

स्थिति-गोमती नगर में एक मोहल्ले को छोड़कर अन्य किसी भी वार्ड में एक भी मोहल्ले को स्मार्ट नहीं बनाया जा सका। मेयर ने कई बार प्रयास किए लेकिन नतीजा सिफर रहा।

7-ऑनलाइन म्यूटेशन-इस व्यवस्था के तहत कोई भी व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन म्यूटेशन करा सकता है। निगम ने व्यवस्था तो शुरू कराई, लेकिन पब्लिक कनेक्ट नहीं हो सकी

स्थिति-निगम मुख्यालय से लेकर जोनल कार्यालयों में अभी तक म्यूटेशन के लिए लिखित में आवेदन लिए जा रहे हैं।

8-सेल्फ टैक्स असेसमेंट-इसके तहत व्यक्ति घर बैठे ही अपने मोबाइल से सेल्फ टैक्स असेसमेंट कर टैक्स की राशि को जमा कर सकता है, जिससे भवन स्वामी को निगम मुख्यालय या जोनल कार्यालय नहीं जाना पड़ता।

स्थिति-व्यवस्था तो शुरू, लेकिन पब्लिक को नहीं पता। पब्लिक को अवेयर नहीं किया गया।

पब्लिक को इंतजार

शहर की जनता को अभी सुविधाओं का इंतजार है। अगर उक्त सुविधाएं पब्लिक को मिल जाती तो निश्चित रूप से पब्लिक को निगम मुख्यालय या जोनल कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ते।

अगले बजट में शामिल

जो योजनाएं पूरी नहीं हो पाई हैं, उन्हें फिर से अगले बजट में शामिल किया जा सकता है। अभी वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए बजट तैयार हो रहा है, ऐसे में उक्त योजनाओं को नया रूप देकर नए बजट में प्रावधान किया जा सकता है।

वर्जन

जो भी योजनाएं बनाई गई, आखिर वो पूरी क्यों नहीं हुई, इस बाबत संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी जाएगी। पूरा प्रयास किया जाएगा कि जल्द से जल्द सभी सुविधाएं शहर की जनता को मिलें।

संयुक्ता भाटिया, मेयर

Posted By: Inextlive