- फिजिक्स और संगीत का पेपर रहा बेहद आसान

- दो हजार से अधिक ने छोड़ा अर्थशास्त्र का एग्जाम

Meerut : थर्सडे का दिन यूपी बोर्ड स्टूडेंट्स के लिए काफी अच्छा साबित हुआ। हालांकि सुबह की पाली और शाम की पाली में दोनों ही बेहद मुश्किल एग्जाम थे, लेकिन पेपर आसान आया था, इसलिए परीक्षार्थियों के चेहरे खिलखिलाते हुए दिखे।

कोई नकलची नहीं

थर्सडे को यूपी बोर्ड एग्जाम को लेकर शिक्षा विभाग, टीचर्स और स्टूडेंट्स सभी में टेंशन थी। सबसे बड़ी बात रही कि मेरठ में कोई नकलची नहीं पाया गया। हाईस्कूल का संगीत का एग्जाम था। इसके लिए क्ख् सौ म्भ् परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। वहीं इंटर की अर्थशास्त्र की परीक्षा के लिए मंडल से फ्ख् हजार भ्9म् परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था, जिनमें से फ्0 हजार भ्फ् परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी और ख् हजार भ्ब्फ् परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।

सवाल जो था उलझाने वाला

लाभ के प्रमुख उद्देश्य व लक्षण क्या है, भारत में सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत कौन से वर्ष में हुई थी, वर्ष क्9म्9 में कितने व्यापारिक बैंकों को राष्ट्रीयकृत किया था, कुछ इसी तरह के सवालों ने परीक्षार्थियों को उलझा दिया था। पहली पाली में इंटर के परीक्षार्थियों का अर्थशास्त्र का एग्जाम था। परीक्षार्थियों के अनुसार प्रश्न पत्र ठीक रहा, लेकिन कुछ सवाल ऐसे थे जो काफी कनफ्यूज करने वाले थे।

फिजिक्स का पेपर था आसान

दूसरी पाली में इंटर का फिजिक्स का एग्जाम था। साइंस का एग्जाम था, इसलिए परीक्षार्थियों में इस एग्जाम को लेकर काफी टेंशन थी। प्रश्न पत्र देखने के बाद परीक्षार्थियों की सारी टेंशन दूर हो गई, क्योंकि पेपर बहुत ही आसान था। सारा और चारु ने बताया कि सभी सवाल काफी आसान आए थे। फिजिक्स के एग्जाम की ही सबसे ज्यादा टेंशन थी, लेकिन पेपर इतना आसान आएगा उम्मीद नहीं थी।

Posted By: Inextlive