सरकारी विभागों में धूल फांक रही धूम्रपान चालान बुक, नियम हुए धुआं

सरकारी अस्पतालों व आरटीओ के अलावा कहीं नहीं कटा चालान

Meerut. शहर को नो टोबेको जोन बनाने में सबसे बड़े बाधक खुद सरकारी विभाग हैं. तमाम सरकारी विभागों में धूम्रपान चालान बुक धूल फांक रही हैं. कुछ विभागों को छोड़कर सालभर में किसी भी विभाग में एक भी चालान नहीं काटा गया हैं. खुद स्वास्थ्य विभाग भी राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रक कानून को लागू करवाने में लापरवाही बरत रहा है.

सेक्शन 4 के तहत हुए चालान

जुलाई 2018-चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-11-1050

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज-3-200

अगस्त 2018 -चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-11-1150

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज-1-200

सितंबर 2018 -चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-7-900

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज-1-200

जिला महिला अस्पताल-1-200

अक्टूबर 2018 -चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-22-1950

नवंबर 2018 -चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-8-1150

दिसंबर 2018 -चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-4-400

जनवरी 2019-चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-5-650

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज-1-200

फरवरी 2019-चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-11-100

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज-1-200

आरटीओ-50- 10000

मार्च 2019-चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-9-1300

अप्रैल 2019 -चालान- कुल जुर्माना

जिला अस्पताल-19-2440

ये हैं नियम

सभी सरकारी विभागों में धूम्रपान या टोबेको उत्पादों का सेवन करने पर चालान काटा जाना अनिवार्य है.

स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी पुलिस थानों, सभी विभागों समेत कुछ स्कूलों में भी चालान बुक जारी की गई थी.

एक साल में सिर्फ मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल व आरटीओ में ही चालान काटे गए हैं.

धारा-4 के अंर्तगत सार्वजनिक स्थानों व कार्यस्थलों पर तंबाकू उत्पादों का सेवन अपराध है.

धारा-5 के तहत तंबाकू उत्पादों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर पूर्ण प्रतिबंध है.

धारा 6 अ के तहत 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति को तंबाकू बेचना प्रतिबंधित है.

धारा 21 व 24 के तहत धारा 4 व 6 का उल्लंघन करने पर 200 रूपये तक का जुर्माना हो सकता है.

किसी भी एजुकेशन संस्था के 100 गज के दायरे में किसी भी तरह के तंबाकू उत्पादों को बेचने पर प्रतिबंध

सभी विभागों को जागरूक किया जा रहा है. धीरे-धीरे अवेयरनेस बढ़ रही है. शासन के निर्देशों के अनुसार विभाग में इस बार 1 से 17 जून तक नो टोबेको डे का आयोजन किया जाना है. इस दौरान कई अवेयरनेस कार्यक्रम चलाए जाएंगे.

डॉ. राजकुमार, सीएमओ, मेरठ

Posted By: Lekhchand Singh