अगर आप बैंक से आने वाले एसएमएस ईमेल और एटीएम पर्ची को हिंदी में प्राप्‍त करना चाहते हैं तो आपकी यह मुराद जल्‍द ही पूरी हो सकती है. गृहमंत्रालय ने सभी सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों से हिंदी में जानकारी उपलब्‍ध कराने की बात कही है.


हिंदी में आएगा बैंक से एसएमएस
हिंदी भाषी क्षेत्रों में अक्सर लोगों को बैंक से आई जानकारियों को समझने में मुश्किल होती है. क्योंकि कई ग्राहकों के लिए अंग्रेजी भाषा में लिखी डिटेल्स को समझना मुश्किल होता है. ऐसे में ग्रामीण खाता धारक लोकल साहूकारों से पैसे का लेनदेन रखते हैं. दूसरी तरफ भारतीय बैंक ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ रुख कर रहे हैं और ग्रामीण खाताधारकों की संख्या बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. ऐसे में गृह मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों से कहा है कि इंटरनेट या मोबाइल बैंकिंग को हिंदी में ऑपरेट किए जाने की सुविधा अवेलेबल नही है. इसके साथ ही राजभाषा विभाग ने कहा है कि एटीएम से ट्रांजेक्शन डिटेल की स्लिप भी हिंदी में प्राप्त किए जाने की सुविधा दी जाए. इसके अलावा राजभाषा विभाग ने कहा कि बैंकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके कस्टमर ईमेल और मोबाइल पर उनके खातों से जुड़ी जानकारी हिंदी में प्राप्त कर सकें. हिंदी में बैंकिंग से पड़ेगा दूरगामी असर


गृह मंत्रालय ने बैंकों से हिंदी में सूचनाएं उपलब्ध कराने की मांग उठाकर हिंदी भाषा को प्रमोट करने की कोशिश की है. उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार में हिंदी को लेकर खासा लगाव देखा जा सकता है. हाल ही में पीएम मोदी ने अपने यूएन अभिभाषण के दौरान हिंदी का प्रयोग किया था. इसके साथ ही मोदी सरकार के मंत्रियों को भी आमतौर पर हिंदी का प्रयोग करते देखा जा सकता है. लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को गृहमंत्रालय की मांग मानने से दूरगामी लाभ मिल सकते है. दरअसल भारतीय बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में खाता धारकों की संख्या को बढ़ाना चाहते हैं. ऐसे में भाषा एक मार्ग अवरोधक के रूप में काम करती है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में लगी एटीएम मशीनों से भी कैश ट्रांजेक्शन की पर्चियां अंग्रेजी भाषा में निकलती हैं. इस तरह से अगर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक गृहमंत्रालय की मांग स्वीकार कर लेते हैं तो हिंदी भाषी क्षेत्रों में बैंकों को नए अकाउंट होल्डर्स बनाने में मदद मिल सकती है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra