एक जून को हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोले जाने हैं. ऐसे में सेना के जवान युद्धस्तर पर बर्फ से ढके मार्ग को साफ करने में जुटे हैं.

- हेमकुंड में अब भी करीब दस फीट बर्फ, अब घांघरिया से हेमकुंड के बीच रास्ता बनाने में जुटी है सेना

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GOPESHWAR: सेना के जवानों ने हेमकुंड साहिब परिसर से बर्फ हटाकर गुरुद्वारे तक रास्ता बना दिया है. हेमकुंड में अब भी करीब दस फीट बर्फ जमा है. पवित्र सरोवर भी पूरी तरह से बर्फ से ढका हुआ है. अब सेना हेमकुंड साहिब के प्रमुख पड़ाव घांघरिया से हेमकुंड के बीच रास्ता बनाने में जुटी है.

40 जवान बर्फ हटाने में जुटे
एक जून को हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोले जाने हैं. ऐसे में सेना के जवान युद्धस्तर पर बर्फ से ढके मार्ग को साफ करने में जुटे हैं. हालात यह हैं बर्फ काटकर रास्ता बनाया जा रहा है. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य प्रबधंक सेवा सिंह ने बताया कि बार-बार खराब हो रहा मौसम काम में बाधक बन रहा है. उन्होंने बताया कि अभी हेमकुंड में बिजली-पानी की भी व्यवस्था की जानी है. उन्होंने बताया कि सेना के जवानों के साथ गुरुद्वारे के बीस स्वयंसेवक भी मदद में जुटे हैं. ये सभी लोग बर्फ पिघलाकर प्यास बुझा रहे हैं. सेवा सिंह के अनुसार फिलहाल 19 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर व्यवस्थाएं जुटाना चुनौती साबित हो रहा है. इस बीच लोक निर्माण विभाग की टीम ने पैदल मार्ग पर पुष्प गंगा नदी पर बने क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत कर दी है. अब यात्री आसानी से आवागमन कर सकेंगे. गौरतलब है कि 22 अप्रैल से सेना के 40 जवान बर्फ हटाने में जुटे हुए हैं.

 

Posted By: Ravi Pal