चौकी प्रभारी और बीट सिपाही पर भी कार्रवाई, सीओ के खिलाफ जांच

दोनों पक्षों से 27 लोग नामजद, चार महिलाओं समेत 12 अरेस्ट

ALLAHABAD: यमुनापार के कौंधियारा थाना क्षेत्र के एकौनी गांव में रविवार शाम मंदिर को लेकर खूनी जंग में पांच लोगों की मौत के मामले में थानाध्यक्ष पीके राय समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। सीओ बारा पर भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। पुलिस ने एक बंदूक भी जब्त की है। सोमवार को पुलिस पीएसी गांव में फ्लैग मार्च करती रही।

लापरवाही में नपे एसओ

सोमवार सुबह मृतकों समेत 27 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। दोनों तरफ की चार महिलाओं व आठ पुरुषों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूर्व में मिले प्रार्थना पत्रों पर समुचित कार्रवाई न करने पर सोमवार को एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने थानाध्यक्ष पीके राय, चौकी प्रभारी सियाराम यादव और बीट सिपाही अनिल यादव को सस्पेंड कर दिया।

27 लोगों पर दर्ज की रिपोर्ट

पुलिस ने एक पक्ष से राम अभिलाष पांडेय, प्रवीण देवी, कौशल्या देवी व दूसरे पक्ष से राम सेवक पांडेय, प्रेम सेवक, पीयूष पांडेय, प्रभावती देवी, पुष्पा देवी, जनक तिवारी, संतोष तिवारी, नवीन शुक्ला और राम किशोर को जेल भेजा है। जेल भेजे जाने वालों में मृतकों की पत्‍ि‌नयां और अस्पताल में भर्ती कराए गए रामसेवक भी हैं। हत्याकांड में रामसेवक पांडेय की ओर से 12 और प्रवीण पांडेय की तरफ से 15 लोगों के खिलाफ नामजद एफआइआर कराई गई है।

फरार आरोपियों की तलाश

पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। आइजी आरके चतुर्वेदी का कहना है कि सीओ बारा विजय शंकर तिवारी की भी लापरवाही सामने आ रही है। उन्होंने मामले की जांच एसपी यमुनापार एके राय को सौंपी है। बता दें कि रविवार शाम छह बजे एकौनी गांव में मंदिर बनाने को लेकर रामकैलाश व शिवसेवक नामक पटटीदारों के बीच झगड़ा हुआ था। उप्र पुलिस में दारोगा सुरेश पांडेय ने राइफल से शिवसेवक, उनके बेटे विमल व भाई कृष्ण सेवक की गोली मारकर हत्या कर दी। दूसरे पक्ष ने दारोगा की राइफल छीनकर उसे व उसके पिता राम कैलाश को मार डाला था।

Posted By: Inextlive