एसएस पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया कवि सम्मेलन

सामाजिक विसंगतियों पर कविताओं के माध्यम से कवियों ने कसे तंज

>Meerut। सत्ता का अस्त्र मैं भी हूं, औजार तू भी है, मुझमें वायरस है और बीमार तू भी हैहां सच में भाईचारे का मर्डर हुआ है, पर कातिल हूं मैं और गुनहगार तू भी हैऔरेया के कवि अजय अंजाम की इन पंक्तियों पर समूचे हॉल में तालियां गूंजने लगीं। मौका था एसएस पब्लिक स्कूल में संगीत समाज म्युजिक कॉलेज मेरठ के तत्वावधान में आयेाजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का। इस मौके पर जाने माने कवि सौरभ सुमन व डॉ। अनामिका अंबर ने भी समां बांध दिया।

श्रोताओं को गुदगुदाया

मुंबई की कवियत्री ज्योति त्रिपाठी व औरेया के कवि अजय अंजाम ने सामाजिक मुद्दों पर तंज करती हुई कविताएं सुनाई। इस दौरान सौरभ सुमन ने दोषियों की फांसी पर देरी होने को लेकर चंद पंक्तियां गाई। जिनमें पकड़ पकड़ कर जेल में डाले किस नीति के अंतर्गत, हत्यारों की फांसी टाले किस नीति के अंतर्गत भारत मां का तन घायल है जिनके पैने दांतों से, उन कुत्तों को घर में पाले किस नीति के अंतर्गत इन पंक्तियों ने सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर मुन्ना बैट्री, पार्थ नवीन ने भी कविताएं सुनाई। इस दौरान एसएस पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल निशा भटनागर, संगीत समाज के महामंत्री आलोक कुमार गोयल, कोषाध्यक्ष नरेश मोहन मित्तल, डॉ। केके शर्मा, अध्यक्ष एसएस पब्लिक स्कूल विपिन कुमार अग्रवाल, करुणेश हालन, संगीत समाज की प्रिंसिपल संगीता वर्मा आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive