- पिता ने बिजनेस पार्टनर और एक सब इंस्पेक्टर पर लगाया आरोप

- एप्प बनाने में पूर्व सीएम कर चुके है सम्मानित

LUCKNOW : गुंडबा के एक होटल के कमरे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर का शव फंदे से लटकता मिला। मंडे को इंजीनियर ने होटल में रूम लिया था और मंगलवार को जब चेकआउट टाइम ओवर के बाद भी वह रूम से बाहर नहीं आया तो होटल कर्मचारियों ने होल से अंदर झांक कर देखा। वहां इंजीनियर का शव फंदे से लटक रहा था। मृतक के पिता ने इंजीनियर के बिजनेस पार्टनर और एक दारोगा पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है।

मंडे को आया था होटल में

अवधपुरी सर्वोदयनगर में रहने वाले प्रतीक तिवारी शक्ति भवन में समीक्षा अधिकारी हैं। उनका बेटा अंशुमान तिवारी सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। वह सोमवार शाम काम से जाने की बात कहकर घर से निकला था। गुडंबा के रिंग रोड़ स्थित एक्सप्रेस-इन के कर्मचारियों ने बताया कि देर शाम अंशुमान यहां आया और उसे कमरा नंबर 304 दिया गया था। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे चेकआउट न करने पर कर्मचारियों ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। आहट न मिलने पर सुराख से झांककर देखा तो अंदर उसका शव फंदे से लटक रहा था। परिजनों को सूचना देने के बाद पुलिस को बुलाया गया। उनके आने पर दरवाजा तोड़ा गया।

दारोगा और पार्टनर पर आरोप

सूचना पर गुंडबा पुलिस मौके पर पहुंची और होटल में लगी आईडी से उसकी पहचान कर परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों का आरोप है गोमतीनगर में तैनात एक दारोगा, मृतक के पार्टनर रजत, मैनेजर अनूप सिंह व मिहिर मिश्रा उसे प्रताडि़त कर रहे थे। दारोगा 30 लाख रुपए देने का दबाव बना रहा था और विरोध पर जेल भेजने की बात कर रहा था। इसकी रिकॉर्डिग पास होने की बात परिजनों ने की है।

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1 लाख रुपये प्रतिमाह की मिली थी जॉब

पिता के अनुसार उसे एक माह पहले स्विट्जरलैंड की एक कंपनी में 1 लाख 11 हजार रुपए प्रतिमाह की नौकरी मिली थी। कंपनी की शाखा लखनऊ में है। उसने बीती 17 जनवरी को कंपनी ज्वॉइन की थी। इससे पहले उसने एक मोबाइल एप बनाया था, जिस पर उसे पूर्व सीएम ने उसे सम्मानित भी किया था। डीसीपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर एक्शन लिया जाएगा।

Posted By: Inextlive