- लाइसेंस फीस के साथ एजेंट्स ने भी बढ़ा दी अपनी फीस

- बढ़ी हुई फीस के विरोध में आरटीओ को ज्ञापन सौंपेंगे ट्रांसपोटर्स

Meerut। लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और पॉल्यूशन की बढ़ी हुई फीस के बाद शनिवार को आरटीओ विभाग में लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन संबंधी कोई काम नहीं हो सका। आदेश जारी होने के बाद भी विभाग में आवेदकों की भीड़ रही करीब 271 डीएल के आवेदन आए। लेकिन लाइसेंस की फीस सॉफ्टवेयर में अपडेट न होने के कारण फीस जमा नहीं हो सकी। जिसके चलते आवेदकों को खाली हाथ वापस जाना पड़ा।

दलालों ने बढ़ाई फीस

फीस बढ़ने के बाद अब आरटीओ कार्यालय में सक्रिय दलालों ने भी अपनी फीस बढ़ा दी है। जिस डीएल को एजेंट 880 से 900 रुपए तक में बनवाते थे। वह अब पब्लिक को चार से साढे चार हजार रुपए के बीच मिलेगा। इसके साथ वाहनों के परमिट के लिए भी भारी वाहन चालकों को एजेंट को दस हजार रुपए तक का भुगतान करना पड़ सकता है।

ट्रांसपोटर्स सौंपेंगे ज्ञापन

शुल्क में वृद्धि का विरोध कर रहे ट्रांसपोटर्स आरटीओ से मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे। ट्रांसपोटर गौरव शर्मा ने बताया कि जो बीमा अब तक 20 हजार तक में होता था उसकी फीस पहले ही केंद्र सरकार बढ़ाकर 30 से 36 हजार कर चुकी है। दस से 15 साल पुराने वाहनों के संचालन पर रोक लगाई जा चुकी है। ऐसे में बढ़ी हुई फीस से ट्रांसपोर्ट कारोबार पूरी तरह टूट चुका है। इस संबंध में सभी ट्रांसपोर्स आरटीओ का घेराव कर पीएम के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।

नियमावली लागू कर दी गई है। बढ़ी हुई फीस के साथ ही रजिस्ट्रेशन कराए जा रहे हैं। सॉफ्टवेयर अपडेट न होने से कुछ परेशानी रही।

-रंजीत सिंह, एआरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive