- मुख्यालय की ओर से पुलिसकर्मियों को उपलब्ध कराया जाएगा सॉफ्टवेयर

- मोबाइल पर डाउनलोड कराई जाएगी एप्लीकेशन

-दिवाली के पहले सॉफ्टवेयर पुलिस के पास आने की संभावना

- जानकारी के अभाव में अक्सर गलत धाराओं लिख दी जाती है एफआईआर

सुंदर सिंह

आई एक्सक्लूसिव

Meerut: अब पुलिस को एफआईआर लिखते वक्त ज्यादा माथापच्ची करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि सूबे की पुलिस को जल्द आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं का ज्ञान अपने मोबाइल पर ही मिल जाएगा। आलाधिकारियों के अनुसार आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं की जानकारी के लिए एक सॉफ्टवेयर पुलिस कर्मियों को उपलब्ध होगा। साथ ही इससे संबंधित एक एप्लीकेशन भी मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकेगा।

लगाई जाती है फटकार

हाल ही में पुलिस में भर्ती हुए पुलिसकर्मियों को धाराओं का प्रॉपर ज्ञान नहीं है। एफआईआर लिखते वक्त उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि अधिकांश पुराने आरक्षी सेवानिवृत्त हो गए हैं। सबसे अधिक दिक्कत तब आती है जब गलत धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के कारण न्यायालय में विवेचनाधिकारी को फटकार लगाई जाती है।

समास्याओं का लिया संज्ञान

लगातार आ रही इस दिक्कत को देखते हुए कुछ समय पहले मुख्यालय से एक सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर विचार किया गया था। बेंग्लुरू की कंपनी ने यह सॉफ्टवेयर तैयार कर दिया है। इसकी टेस्टिंग हैदराबाद की पुलिस अकादमी में हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार दीपावली के पहले इसे यूपी पुलिस को दे दिया जाएगा।

ऐसे काम करेगा सॉफ्टवेयर

पुलिसकर्मियों को संबंधित सॉफ्टवेयर पर अपराध की प्रवृति फीड करते ही धाराओं की जानकारी मिल जाएगी। इससे मिलती जुलती एप्लीकेशन मोबाइल पर भी डाउनलोड होगी। यह सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन जल्द ही पुलिस कर्मियों के कम्प्यूटर और मोबाइल पर होगा। इसमें यह भी जानकारी दी जाएगी कि किस धारा में मुकदमा लिखने में जमानत किस न्यायालय में होगी।

सॉफ्टवेयर आने के बाद पुलिसकर्मियों काफी हद तक फायदा हो जाएगा।

अजय सहदेव, एसपी क्राइम

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Posted By: Inextlive