डीजी एजुकेशन ने समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

बिजली का कनेक्शन किया जाएगा घरेलू दरों पर

देहरादून,

सूबे के सभी सरकारी स्कूलों को अब सौर ऊर्जा से रोशन किए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने ऐसे सभी सरकारी स्कूलों में सौर ऊर्जा से बिजली देने का प्लान तैयार किया है जहां बिजली नहीं है। ऐसे में बिजली के बिल और कनेक्शन कटने का डर भी नहीं रहेगा। डीजी एजुकेशन आलोक शेखर तिवारी ने बताया कि स्कूलों से व्यावसायिक दरों के बजाय घरेलू दरों पर बिजली के बिल लिए जाएंगे। इस बावत प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

तीन हजार स्कूलों में बिजली नहीं

राज्य में अभी भी तकरीबन तीन हजार स्कूलों में बिजली नहीं है। इसके अलावा विद्यालयों से वर्तमान में व्यावसायिक दर से बिजली बिल की वसूली की जा रही है। बिलों के भुगतान की राशि न होने के कारण बड़ी संख्या में ऐसे स्कूल भी हैं, जिनके कनेक्शन कटे हुए हैं। ऐसे में स्कूलों का अंधेरा दूर करने के लिए शिक्षा महकमा अब नई योजना पर काम कर रहा है। सीमैट में आयोजित समीक्षा बैठक में डीजी आलोक शेखर तिवारी ने इस बावत सभी जनपदों से रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने बताया कि सभी को प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना से जोड़ा जा रहा है। इसके बावजूद जो स्कूल छूट जाएंगे वहां सौर ऊर्जा से विद्युत व्यवस्था की जाएगी। उरेड़ा ने प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल भवनों व शिक्षा विभाग के कार्यालयों की छत पर एक केवी से दस केवी तक सोलर पैनल लगाने का प्रस्ताव भी महकमे को दिया है। जहां बिल बकाया होने के कारण कनेक्शन कटा हुआ है उसका भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। यहां जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। विद्युत टैरिफ पर निर्णय लेने का अधिकार क्योंकि उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग को है। महकमे की ओर से प्रस्ताव तैयार कर आयोग को भेजा जाएगा। ताकि स्कूलों को घरेलू रेट पर बिजली मिल सके।

Posted By: Inextlive