- पुलिस-पीएसी भर्ती में एक्टिव रैकेट से रहें अलर्ट, पास कराने के लिए बिचौलियों ने बढ़ाई है सक्रियता

- पश्चिमी यूपी में कार्रवाई के बाद जारी हुई गाइड लाइन

GORAKHPUR: उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर लाखों रुपए वसूलने वाला गैंग एक्टिव है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक सॉल्वर गैंग के पकड़े जाने के बाद अलर्ट जारी किया गया है। जिले में पुलिस भर्ती के नोडल अफसर एसपी आदित्य प्रकाश वर्मा ने बताया कि कुछ बिचौलिए सक्रिय होकर लोगों से ठगी करते हैं। ऐसे में अभ्यर्थियों को उनसे सजग रहने की जरूरत है। यहां पर मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी कराई जा चुकी है।

पूर्व में सामने आई गड़बड़ी, जारी किया अलर्ट

पुलिस और पीएसी की भर्ती में फर्जी तरीके से लोगों को पास कराने के नाम पर ठगी करने वाला गैंग बरेली पुलिस ने पकड़ा था। तीन से पांच लाख रुपए लेकर गैंग के सदस्य फिंगर प्रिंट की क्लोनिंग तैयार करते थे। इसके सहारे लिखित और फिजिकल टेस्ट पास कराने का दावा करते थे। सिपाही भर्ती एग्जाम में फोटो मिलान के दौरान गैंग का भेद खुल गया। असली कैंडिडेट की जगह दूसरे को दौड़ में भेजने के चक्कर में गैंग के लोग पकड़े गए। इसकी सूचना पुलिस हेडक्वार्टर को दी गई। इसके पूर्व आगरा और मेरठ में भी गैंग दबोचे गए थे। कई अन्य मामले सामने आए थे। इसको देखते हुए यूपी पुलिस में भर्ती होने वाले युवाओं के लिए अलर्ट जारी किया गया। शहर में विभिन्न विभागों में भर्ती कराने के बहाने ठगी के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। इसलिए पुलिस-पीएसी में भर्ती में ऐसे किसी तरह के गैंग से सजग रहने को कहा जा रहा है।

इस तरह से झांसा देते गैंग के सदस्य

- पुलिस पीएसी में आसानी से भर्ती कराने का झांसा गैंग के सदस्य देते हैं।

- कैंडीडेट्स से तीन से पांच लाख रुपए तक की वसूली की जाती है।

- गैंग के सदस्य कैंडीडेट्स की जगह एग्जाम में बैठते हैं।

- फिजिकल टेस्ट में भी दूसरे को दौड़ाकर पास कराने का झांसा दिया जाता है

- गैंग के सदस्य खुद को भर्ती अधिकारियों का करीबी बताकर लोगों से रुपए लेते हैं।

- ओरिजनल कैंडीडेट्स के फिंगर प्रिंट की क्लोनिंग कराकर बायोमैट्रिक में पास होने का दावा।

यह बरतें सावधानी, नहीं बनेंगे शिकार

एग्जाम के पहले सॉल्वर गैंग सक्रिय हो जाते हैं।

पुलिस की भर्ती में ऐसे किसी गैंग के झांसे में न आए।

यदि किसी ने कोई आश्वासन दिया है तो उसे कतई रुपए मत दें।

भर्ती के दावे कराने वाले लोगों के बारे में तत्काल पुलिस को सूचना दें।

जालसाजी की प्रक्रिया में शामिल होने पर कैंडीडेट के खिलाफ भी कार्रवाई होती है।

वर्जन

पूर्व में ऐसे गैंग पकड़े गए हैं जो पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर रुपए ऐंठते थे। इस तरह की जालसाजी से बचाने के लिए अलर्ट जारी किया गया है। सॉल्वर गैंग के दर्ज मामलों में शामिल अभियुक्तों की डिटेल यूपी पुलिस के पास है इसलिए इन पर भी पूरी नजर रखी जाती है।

आदित्य प्रकाश वर्मा, नोडल अफसर

Posted By: Inextlive