इस साल जारी हुई ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की सूची में विश्‍व के देशों को भ्रष्‍टाचार के आधार पर अंक प्रदान किये गए हैं और उसके अनुसार 91 अंक के साथ डैनमार्क टापर देश है जहां सबसे कम भ्रष्‍टाचार है और सबसे खराब परफार्मेंस है सोमालिया और नॉर्थ कोरिया की जो आठ अंक के बाद सबसे भ्रष्‍ट देश साबित हुए हैं।

भारत 76 वें नंबर पर
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार सोमालिया और नॉर्थ कोरिया में होता है जबकि डेनमार्क में इसका स्तर सबसे कम है। 167 देशों की इस करप्शन परसेप्शन इंडेक्स में भारत का स्थान 76वां है। 100 अंक के पैमाने पर भारत को महज 38 नंबर मिले हैं। वहीं डेनमार्क 91 नंबर के साथ बेस्ट है। 8 नंबर के साथ नॉर्थ कोरिया और सोमालिया सबसे नीचे के स्तर पर हैं। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल एक ऐसी संस्था है जो भ्रष्टाचार के विरुद्ध काम करती है।     
ये टाप टेन के मेंबर
डेनमार्क के अलावा फिनलैंड, स्वीडन, न्यूजीलैंड, नीदरलैंड, नॉर्वे, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर और कनाडा को टॉप 10 लिस्ट में शामिल किया गया है। भारत के अंक तो पिछली बार के समान 38 ही हैं लेकिन उसकी रैंकिंग 85 से बढ़ कर 76 हो गयी है अब आप इसे भारत का विकास मानें या दूसरे देशों का गिरता स्तर। 2014 में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल 175 देशों का करप्शन परसेप्शन इंडेक्स किया था लेकिन इस बार देशों की संख्या सिमट कर 167 ही रह गई है।

यूरोप बेहतर परफार्मेंस वाले देशों में
नंबर के लिहाज से यूरोपियन यूनियन और पश्चिमी यूरोप के देशों के औसत अंक सबसे ज्यादा 67 रहे हैं जबकि एशिया पैसिफिक 43, अमेरिका 40, मिडिल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका 39, ईस्टर्न यूरोप और सेंट्रल एशिया के साथ साथ सब सहारा अफ्रीका के देशों के औसत अंक 33 रहे हैं। भ्रष्टाचार के मामले में मिश्र, सेनेगल और यूनाइटेड किंगडम की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। तो दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, स्पेन और टर्की की हालत और खराब होती देखी गयी है।

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Posted By: Molly Seth