- आरओ सिस्टम में छिपे हो सकते हैं संक्रमण के वायरस

- मेंटिनेंस को लेकर जरा भी न बरते लापरवाही

- 70 प्रतिशत बीमारियों की वजह है पेयजल

manish.mishra@inext.co.in

PATNA : पानी की शुद्धता को लेकर आप आर ओ सिस्टम पर भरोसा करते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। यह भरोसा आपको कभी भी मुश्किलों में डाल सकता है। जिसपर आप भरोसा करते हैं वही पानी आपके पूरे परिवार को बीमार बना सकता है। आरओ सिस्टम के मेंटिनेंस में जरा भी लापरवाही हुई तो पानी मीठा जहर बन जाएगा। डॉक्टरों के मुताबिक पानी ही बीमारी की जड़ है और 70 प्रतिशत लोग इसकी वजह से ही पीडि़त रहते हैं।

- ऐसे पानी बन सकता है मीठा जहर

आरओ सिस्टम निश्चित तौर पर पानी को कई स्तर से शुद्ध करने का काम करता है। जब तक इसके पार्टस सही होते हैं तब तक तो पानी को लेकर कोई संदेह नहीं होता है लेकिन फिल्टर पार्टस जैसे ही पुराने होते हैं इनकी कार्य क्षमता कम होती जाती है। इससे पानी का न सिर्फ टीडीएस बढ़ जाता है बल्कि वैक्टीरिया का खतरा भी रहता है। आरो सिस्टम में बने पानी के टैंक और पाइप में कचड़ा जमा हो जाता है जो कुछ दिन बाद संक्रमण का खतरा पैदा करता है।

- लोग नहीं देते ध्यान

आरओ सिस्टम की सर्विसिंग को लेकर लोग अक्सर लापरवाही करते हैं। एक बार मशीन को लगवाने के बाद वह भूल जाते हैं। ऐसे में इससे निकलने वाले पानी का सेवन करने वाले पेट व अन्य गंभीर बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। इसके बाद भी लोग ध्यान नहीं देते हैं। मशीन की सर्विसिंग तभी हो पाती है जब यह पूरी तरह से पानी देना बंद कर देती है।

- मशीनों की गुणवत्ता पर दें ध्यान

आरओ सिस्टम लगाते समय लोग उसकी गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देते हैं। हर सिस्टम को एक जैसा समझने की भूल कर बैठते हैं। जानकारों का कहना है कि आरओ सिस्टम मार्केट में अधिक संख्या में लो क्वालिटी का बिक रहा है। इसमें दावे तो हजार किए जाते हैं लेकिन सच्चाई तकनीकी जानकार ही बता सकते हैं। बताते हैं कि यह लोकल स्तर पर फिटिंग की जाती है और इसमें तकनीकी जानकारों का सहारा नहीं लिया जाता है। फिल्टर के नाम पर कई पार्ट लगाए जाते हैं लेकिन वह साधारण ही होते हैं जो पानी को सामान्य रूप से फिल्टर कर देते हैं लेकिन मिनरल व अन्य अपयोगी तत्वों को एड नहीं कर पाते हैं। इससे पानी के सेवन से काफी नुकसान होता है।

- पांच माह पर सर्विस नहीं बीमारी उगलेगा आरओ

- हर पांच माह पर कराएं सर्विसिंग

- पांच माह पर खराब हो जाते हैं एक्टस्टरनल फिल्टर

- पांच माह में अपने आप बढ़ जाता है पानी का टीडीएस

- मेम्बरेन की प्रापर चेकिंग नहीं होने से पांच माह में पानी संक्रमण उगलता है

- मशीन के फिल्टर सिस्टम में खराबी से पानी से गायब हो जाता है मिनरल्स

- फिल्टर के दौरान मेम्बरेन से आटोमेटिक मिनरल मिलाने की होती है तकनीक

- एड नेचुरल मिनरल सिस्टम फेल होने से पानी से शरीर में मिनरल की पूर्ति नहीं होती

- आरओ के पानी टैंक और पाइप की नियमित देख भाल व साफ सफाई करें

- धूल मिट्टी से बचाएं और पानी निकलने वाले स्थान को साफ करते रहें

- अक्सर पानी के टैंक में मौसम के प्रभाव से फंफूदी लग जाती है

बाजार के पानी पर आंख बंद कर न करें भरोसा

- जार में बिकने वाले पानी से भी हो सकता है संक्रमण

- बड़े प्लांटों मे कम ही हैं जहां साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है

- ख् से ब् हजार लीटर के टैंक छत के ऊपर लगाए जाते हैं जहां से बाटलिंग किया जाता है

- छत पर धूल गर्दा और अन्य परेशानी से संक्रमण का खतरा अधिक होता है

- ऐसे टैंकों की हर तीन माह पर साफ सफाई होनी चाहिए जो अमूमन नहीं होती

- स्टोर पानी को कई दिनों तक किया जाता है बाटलिंग

- घर तक पहुंचने वाले जारों की भी नहीं की जाती है साफ सफाई

- सप्ताह में एक बार छोटे जारों की होनी चाहिए साफ सफाई

- वैक्टीरिया मारक लिक्विड का समय समय पर करना चाहिए इस्तेमाल

- पानी से शरीर में पहुंचते हैं बैक्टीरिया

- पानी के माध्यम से शरीर में वैक्टीरिया पहुंचने से डायरिया होता है

- संक्रमण से बुखार होने का खतरा

- पेट की गड़बड़ी जैसे भूख नहीं लगना या खाना नहीं पचना

- लीवर में सूजन या फिर उससे संबंधित अन्य संक्रमण

- आंतों में घाव के कारण उल्टी और बुखार

ऐसे करें पानी की शुद्धता की पहचान

- पीने में कड़वापन

- पानी का स्वाद कठोर होना

- बोतल में दो दिन रखने के बाद पानी में पीलापन

- पानी का सामान्य दांतो में भी लगना

- पानी को उबालने पर चूना जैसा निकलना

- पानी रखने वाले जार में चूना जैसा जमना

- समस्या आने पर तत्काल करें टीडीएस (टोटल डिसाल्व सॉलिड) चेक कराएं

हाल के दिनों पानी के कारण बीमार होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आरओ सिस्टम की नियमित जांच पड़ताल नहीं होने व पेय जल को लेकर साफ सफाई पर ध्यान नहीं देने से सबसे अधिक बच्चों में संक्रमण मिल रहा है। पेय जल के लिए साफ सफाई का ध्यान देना आवश्यक है।

- डॉ आनंद कुमार गुप्ता, बाल रोग विशेषज्ञ आईजीआईएमएस

आरओ सिस्टम का पांच माह में मेंटीनेंस नहीं कराया जाता है तो बीमारी का खतरा रहता है। मशीन का हर पांच माह में सर्विस करना और बाहरी फिल्टर को बदलना जरुरी होता है। अक्सर लोग लापरवाही करते हैं और बीमारी के बाद भी इस पर ध्यान नहीं देते हैं।

- अमित राज, एमडी वाइटल इंडस्ट्रीज

Posted By: Inextlive