- कोरोना पेशेंट के बेटे ने सोशल मीडिया पर शेयर किया अपना दर्द

- मुंबई से कैंसर का इलाज करा लौटा था परिवार, पिता निकले कोरोना पॉजिटिव

GORAKHPUR: 'ऐ भाग्य तेरी हर खुदाई मंजूर मुझे, दो वक्त तो ठहर जा ताकि दो डोली और एक अर्थी को रुखसत कर सकूं' ये लाइनें मंबई से लौटने पर कोरोना पॉजिटिव मिले बिछिया एरिया के सीनियर सिटीजन के बेटे ने लिखी हैं। मुंबई से इलाज कराकर लौटे परिवार के एक सदस्य में जब कोरोना बीमारी ने दस्तक दी तब इस परिवार पर किस तरह दुखों का पहाड़ टूटा उसे सोशल मीडिया पर पेशेंट के बेटे ने शेयर कर बयां किया है।

मिली डेट पर डेट, इलाज हुआ लेट

कोरोना पेशेंट के बेटे ने लॉकडाउन में मुंबई जाने से लेकर लौटने तक की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने लिखा है कि पिता का भाग्य या अपनी दुर्दशा बहुत राय मशवरा के बाद 28 फरवरी को पिता के गले के कैंसर के इलाज के लिए मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में ले गए। डॉक्टर के पास समय न होने के कारण डेट पर डेट मिलती रही। इस कारण हम लोग मुंबई में लॉकडाउन में फंस गए।

बढ़ता चला गया लॉकडाउन

लॉकडाउन लगने के बाद इसकी डेट आगे बढ़ती गई। दो महीने जैसे-तैसे कट गए। मुंबई में बीमारी बहुत तेजी से फैली हुई थी। साथ ही खाने-पीने की भी दिक्कत शुरू हो गई थी। बुजुर्ग पिता इसकी चपेट में ना आ जाएं इसलिए हम लोगों ने उन्हें बचाने के लिए गोरखपुर वापस लौटने का डिसिजन लिया। हॉस्पिटल से डॉक्टर का सर्टिफिकेट और प्रशासन का सर्टिफिकेट लिया और 28 अप्रैल को मुंबई से निकल 30 अप्रैल को गोरखपुर पहुंचे। पुलिस- प्रशासन द्वारा हम लोगों को टीबी हॉस्पिटल में क्वारंटीन कर दिया गया।

पता होता तो नहीं आता

उन्होंने आगे लिखा है कि मेरा दुर्भाग्य है कि मुंबई से गोरखपुर के सफर में ही कोरोना ने दस्तक दे दी। मेरे परिवार और मैंने अपने जन्म दाता के लिए जो कुछ भी किया वो बहुत कम है। मुंबई में पेट की लड़ाई कर जब घर लौटे तब ये लगा कि यहां सारी जरूरतें पूरी हो जाएंगी। लेकिन यहां तो कुछ और ही हुआ। मुझे पता होता तो 57-58 हजार रुपए खर्च कर ये बीमारी यहां न लाता। इसके आगे उन्होंने लिखा है कि ये भी मुझे मंजूर है लेकिन घर की जो जिम्मेदारियां हैं उसे पूरा करने का एक मौका वक्त हमें जरूर दे।

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कोई मजाक नहीं है कोरोना

देशभर में लॉकडाउन लगाया गया। लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की गई। जहां लोग नहीं माने वहां पर सख्ती भी दिखाई गई। कई लोगों के लिए कोरोना बीमारी मजाक बनी हुई है। वे दिन भर कोरोना से रिलेटेड जोक और बातें सोशल मीडिया पर लिखते-पढ़ते रहते हैं। लेकिन कोरोना बीमारी जब किसी परिवार में दस्तक दे तो उसका क्या हाल होता है वो बिछिया के इस परिवार से ही पूछ सकता है, जिनके घर में पहले ही कैंसर जैसी बड़ी बीमारी कम न थी जो ऊपर से कोरोना ने भी पांव पसार दिए।

सेनेटाइज किया गया एरिया

बिछिया के व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से ही यहां अधिकारियों की दौड़भाग तेज हो गई है। साथ ही इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों का भी रूटीन चेंज हो गया है। कॉलोनी में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम तो डेरा डाले ही हुए है, साथ हीपूरे इलाके को सेनेटाइज किया जा रहा है।

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आई लव यू पापा

सोशल साइट पर कोरोना पेशेंट के बेटे ने जब से अपना दर्द शेयर किया है। उसे रिलेटिव और दोस्तों की तरफ से सपोर्ट मिल रहा है। सभी लोग जल्द परेशानी दूर हो जाएगी ऐसी कामना कर रहे हैं। वहीं पेशेंट के बेटे की बेटी ने भी अपने पापा के मोटिवेशन के लिए कुछ लाइनें लिखी हैं। पापा आई लव यू सब अच्छा हो जाएगा। आप जल्दी घर आएंगे और फिर हम लोग हमेशा की तरह हैप्पी फैमिली लाइफ जीएंगे। आई लव यू सो मच पापा जल्दी से घर आइए, हम सब मिलकर कोरोना को हरा देंगे।

Posted By: Inextlive