- बस्ती के कलवारी में हुई घटना से परिवार में कोहराम

- शुक्रवार को नई कार खरीदी, दोस्त संग जा रहे थे लखनऊ

GORAKHPUR: पूर्व विधायक स्व। वीरेंद्र प्रताप शाही के बेटे सहित दो लोगों की सड़क हादसे में जान चली गई। घटना शनिवार की भोर में बस्ती जिले के रामजानकी रोड पर कलवारी एरिया के पांऊ चौराहे पर हुई। हादसे में लग्जरी कार के परखच्चे उड़ गए। घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पूर्व विधायक के बेटे के मौत की सूचना पर दिनभर शुभचिंतकों का तांता लगा रहा। कानूनी औपचारिकता के बाद बस्ती पुलिस ने डेड बॉडी को परिजनों को सौंप दिया।

पेड़ से टकराया वाहन, चली गई जान

बड़हलगंज के महुआपार के मूल निवासी पूर्व विधायक स्व। वीरेंद्र प्रताप शाही का परिवार मोहद्दीपुर में रहता है। शुक्रवार रात पूर्व विधायक के बेटे विवेक अपने दोस्त अमृत राज सिंह के साथ धनघटा की ओर गए थे। शनिवार की भोर में करीब चार साढ़े चार बजे वह धनघटा से कलवारी की ओर जा रहे थे। कलवारी एरिया के पांऊ चौराहे के पास बनरहा मोड़ पर कार पहुंची तभी अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। तेज रफ्तार कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में वाहन सवार विवेक और उनके मित्र गंभीर रूप से घायल हो गए। एक्सीडेंट की सूचना किसी ने पुलिस को दी। एसओ कलवारी और यूपी 100 के पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे। गंभीर हाल विवेक और अमृत को पीएचसी कुदरहा पर पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आशंका जताई कि किसी जानवर के अचानक आगे आने से वाहन बेकाबू हो गया था। डेड बॉडी लेकर लौटी पुलिस ने हादसे की सूचना विवेक के परिजनों को दी। पूर्व विधायक के मोहद्दीपुर स्थित आवास पर शुभचितंकों का तांता लग गया। शाम को विवेक की डेड बॉडी का अंतिम संस्कार बड़हलगंज में सरयू नदी के मुक्तिपथ पर किया गया।

कार के साथ पोस्ट की थ्ाी फोटो

शाही परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि शुक्रवार को विवेक ने नई कार खरीदी थी। कार की चाबी लेते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी फोटो भी शेयर की थी। शुभचितंकों का कहना है कि विवेक गोरखपुर से लखनऊ के लिए निकले थे। गोरखपुर में शेरे पूर्वाचल के नाम से मशहूर रहे पूर्व विधायक स्व। वीरेंद्र प्रताप शाही के छोटे बेटे विवेक पर परिवार की सारी जिम्मेदारी थी। बड़े भाई की बीमारी से पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में विवेक की मां गिरीराज, पत्‍‌नी और उनकी तीन साल की बेटी पिहू है। कुछ दिन पूर्व ही बेटी का बर्थडे धूमधाम से मनाया गया था। पूर्व विधायक के बेटे के निधन की सूचना पर भाजपा नेता उपेंद्र शुक्ला, धर्मेद्र सिंह सहित कई लोग उनके घ्ार पहुंचे।

बुझ गया चिराग, कौन संभालेगा परिवार

महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर के पूर्व विधायक स्व। वीरेंद्र प्रताप शाही गोरखपुर में शेरे पूर्वाचल के नाम से मशहूर थे। शहर में दो गुटों के बीच गैंगवार से वे सुर्खियों में आए। राजनीतिक कद बढ़ने पर लक्ष्मीपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक चुने गए। उन्होंने एक फिल्म का निर्माण भी किया, जिसमें उन्होंने खुद काम किया। 1997 में आपराधिक अदावत में लखनऊ की पॉश कालोनी में वीरेंद्र शाही की ताबड़तोड़ गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। वह अपनी मुंहबोली बहन से मिलकर लौट रहे थे। ंतभी कुख्यात श्रीप्रकाश शुक्ला ने अपने साथियों संग मिलकर हमला बोला। इसके बाद राजनीतिक विरासत संभालने की जिम्मेदारी विवेक सिंह पर आ गई थी।

Posted By: Inextlive