इनवेस्टमेंट के लिहाज से इससे बेहतर को कोई विकल्प नहीं

खरीदारी के लिए अक्षय तृतीया का लोग करते हैं इंतजार

ALLAHABAD: अरबपति हों या मिडिल क्लास, सोना सबके लिए सोणा यानि लग्जरी आइटम है। वहीं स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड रिस्क फ्री करेंसी है, जो इंफ्लेशन से मुक्त है। इस पर इनवेस्ट करना कभी भी घाटे का सौदा नहीं माना गया है। लांग टर्म और शार्ट टर्म इनवेस्टमेंट के लिए गोल्ड बेस्ट ऑप्शन है। इसीलिए बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच गोल्ड में इनवेस्टमेंट का सिलसिला जारी है। सहालग का मौसम न होने और गोल्ड का रेट 30 हजार के पार होने से मार्केट में सन्नाटा है। लेकिन मार्केट एक्सपर्ट इस मौके को गोल्ड में इनवेस्टमेंट का बेहतर मौका मान रहे हैं। क्योंकि आने वाले समय में सोने का रेट 32 हजार के पार 35 हजार तक पहुंचने की उम्मीद है।

क्योंकि क्षय नहीं होता है सोना

अक्षय तृतीया को पुण्य पर्व माना गया है। मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई सम्पत्ति का क्षय नहीं होता है। इसलिए अक्षय तृतीया पर बड़े पैमाने पर लोग गोल्ड में इनवेस्ट करते हुए ब्रिक्स और गोल्ड क्वाइन परचेज करते हैं। इनवेस्ट के लिए लिए गोल्ड क्वाइन और ब्रिक्स खरीदना ही बेहतर होता है। क्योंकि 24 कैरेट गोल्ड को ब्रिक्स और क्वाइन के रूप में ही रखा जा सकता है। ज्वैलरी खरीद कर रखेंगे तो वह 24 कैरेट का किसी भी कीमत पर नहीं होगा, क्योंकि 24 कैरेट गोल्ड की ज्वैलरी बन ही नहीं सकती।

गोल्ड बांड और गोल्ड ईटीएफ

इनवेस्टर्स के लिए गोल्ड बांड और गोल्ड ईटीएफ में इनवेस्ट करना बेहतर आप्शन है। दोनों ही स्थिति में सोना खरीद कर रखने की जरूरत नहीं, लेकिन बांड का रेट सोने की तरह ही घटता-बढ़ता रहेगा। जिसे लोग ब्रोकर के जरिये खरीद सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ सोने के दामों को ट्रैक करता है। ईटीएफ में एक साल में ही पैसा नहीं बनता है।

इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप इनवेस्टमेंट के लिहाज से गोल्ड खरीद रहे हैं तो उस रूप में खरीदें। जिसमें जरूरत पड़ने पर आसानी से बेचा जा सके।

सबसे अच्छा है गोल्ड ईटीएफ खरीदना। गोल्ड ईटीएफ को जब चाहें, तब आसानी से बेच सकते हैं।

हड़बड़ी में बहुत सारा सोना एक साथ न खरीदें।

अपने नुकसान की सीमा बनाकर रखें, ताकि गिरावट आने की स्थिति में आप बेचकर निकल सकें।

किसी भी चीज में गिरावट अचानक और उस वक्त आती है, जब उम्मीद नहीं होती। सोने पर भी यही लागू होता है।

ऐसे में अगर सोने के दामों में गिरावट आने लगे तो सोना बेचना ही फायदेमंद होगा।

अगर पेपर नहीं बल्कि फिजिकल फार्म ठोस रूप में सोना खरीद रहे हैं तो क्वालिटी पर जरूर ध्यान दें।

इसलिए सोना हमेशा हॉलमार्क देख कर ही खरीदें।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

गोल्ड का रेट इस समय बढ़ा हुआ है, लेकिन वैश्विक बाजार के आधार पर आने वाले समय में रेट और बढ़ने के चांस हैं। इसलिए गोल्ड में इनवेस्ट करने का ये बेहतर मौका है। जिसका फायदा आने वाले समय में मिल सकता है।

पंकज सिंह

राणा ज्वैलर्स

सिविल लाइंस

गवर्नमेंट गोल्ड को लग्जरी आइटम कहती है, जबकि गोल्ड लग्जरी नहीं बल्कि करेंसी है, जो इन्फ्लेशन से मुक्त है। जिसके बारे में पुरानी कहावत है कि रात बारह बजे भी सोने में इनवेस्ट करना घाटे का सौदा नहीं है। इसीलिए अक्षय तृतीया पर लोग इनवेस्टमेंट के तौर पर गोल्ड परचेज करते हैं। हर साल की तरह इस बार भी लोग गोल्ड में इनवेस्टमेंट करेंगे।

कुलदीप सोनी

अध्यक्ष

प्रयाग सर्राफा मंडल

Posted By: Inextlive