बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्‍चन ने इंडस्‍ट्री को कई बड़े किरदारों का तोहफा दिया है। इनकी फ‍िल्‍मों और एक्टिंग दोनों को दर्शकों ने हमेशा से ही जमकर सराहा है। इन्‍होंने कई बेहतरीन फ‍िल्‍मों के जरिए बॉलीवुड में अपना एक अलग मुकाम बनाया है। मुकाम बिग बी का। मुकाम महानायक का लेकिन इंडस्‍ट्री का यह महानायक भी कभी किसी काम को लेकर काफी डरा है क्‍या यह जानते हैं आप। ये सच है कि हाल ही में अपने 36 साल पूरे कर चुकी बिग बी की फ‍िल्‍म 'मिस्‍टर नटवरलाल' में एक गाने का डर अभी भी उन्‍हें बहुत अच्‍छे से याद है।

बहुत डरे थे बिग बी
इसको लेकर खुद बिग बी कहते हैं कि फिल्म में उन्हें एक गाने के लिए अपनी आवाज देनी थी। हकीकत तो यह है कि वह असल में गाना गाना ही नहीं चाहते थे। उनके मना करने के बावजूद संगीतकार राजेश रोशन ने उनकी एक भी नहीं सुनी। फाइनली उनको गाना, गाना ही पड़ा। अब ये मजबूरी उनपर कितनी भारी पड़ रही थी ये तो खुद वही जानते होंगे।  
क्या हुआ था तब
1979 में आई उनकी इस फिल्म 'नटवरलाल' में उन्हें गाना 'मेरे पास आओ...'  को अपनी आवाज से सजाना था। बताते चलें कि इसी गाने से बिग बी ने प्लेबैक सिंगिंग की शुरुआत भी की थी। अपना डर बताते हुए उन्होंने कहा कि इस गाने की रिकॉर्डिंग उनके लिए बुरे सपने की तरह थी। इसकी रिकॉर्डिग के समय वह सबसे ज्यादा डरे हुए थे।      
बिग बी ने शेयर किया डर अपने ब्लॉग में
बिग बी ने अपने इस डर को अपने ब्लॉग पर शेयर करते हुए बताया कि उन्हें उस समय अचानक ही बताया गया कि वह पहली बार अपनी फिल्म के गाने में अपनी आवाज देंगे। गाना था 'मेरे पास आओ मेरे दोस्तों...' उस बात को लेकर फिल्म के संगीतकार और डायरेक्टर से उनकी घंटों बहस भी हुई। वह उनसे कह रहे थे कि वह यह नहीं करेंगे। इसके आगे उन्होंने लिखा कि गाने को महबूब स्टूडियो के रिकॉर्डिंग थिएटर में रिकॉर्ड किया गया। अब फिल्म के डायरेक्टर की जिद पर  उन्हें इसके लिए काफी हिम्मत जुटानी पड़ी और उन्होंने गाने को रिकॉर्ड करवा लिया। फिर कया था, उसके बाद से उनके मन से वह डर निकल गया। इसके बाद तो इन्होंने जुम्मा-जुम्मा, रंग बरसे, खइके पान बनारस वाला और होली खेले रघुवीरा जैसे कई गानों में अपनी दमदार आवाज दी है।

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Posted By: Ruchi D Sharma