लोकसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संविधान पर चर्चा के दौरान सदन में बोलते हुए सोनिया गांधी ने बिना नाम लिए संविधान को खतरे में बताते हुए भाजपा और आरएसएस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की संविधान के निर्माण में कोई भूमिका नहीं वो लोग संविधान की बात कर रहे हैं।

संविधान के निर्माण में योगदान ना करने वाले कर रहे हैं संविधान की बात
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत का संविधान दशकों के संघर्ष का नतीजा है और इस संघर्ष में महात्मा गांधी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। संविधान समिति को 4 प्रमुख लोगों ने जज किया जिनमें जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद और मौलाना आजाद शामिल थे। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा कि आज खुशी का दिन है साथ की दुख का भी क्योंकि संविधान के आदर्शों पर आज जानबूझकर हमला हो रहा है। पिछले कुछ समय में हमने देखा है कि चीजें संविधान के मूल्यों के खिलाफ जा रही हैं। जिन लोगों में संविधान के निर्माण में कोई भूमिका नहीं निभाई वो आज संविधान की बात कर रहे हैं।
 
देश छोड़ने की बातें गलत
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी चर्चा शुरू करते हुए कहा कि कुछ लोग बदलती स्थितियों और असहिष्णुता का हवाला देकर देश छोड़ने जैसी बातें कर रहे हैं जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कि बाबा साहेब अंबेदकर ने लगातार उपक्षा के बाद भी कभी देश छोड़ने की बात नहीं की उन्होंने कहा की बाबा साहेब संविधान में संशोधन के पक्ष में नहीं थे और इसमें सोशलिस्ट और सेकुलर शब्दों को जोड़ना उन्होंने महत्वपूर्ण नहीं माना थ।

संविधान की कुछ खास बातें
गृह मंत्री ने कहा कि वर्तमान में सेकुलर शब्द का सबसे ज्यादा दुरुपयोग हो रहा है। इसका मतलब पंथ निरपेक्ष है धर्म निरपेक्ष नहीं। उन्होंने ये भी कहा कि लोकतंत्र इस देश में पहले से है, भगवान राम के राज में भी लोकतंत्र था।
वहीं सोनिया गांधी ने चर्चा के दौरान कहा कि संविधान का निर्माण दशकों के संघर्ष के बाद हुआ इस संघर्ष में महात्मा गांधी का बड़ा योगदान रहा। सोनिया का कहना था कि आज के समय में संविधान के आदर्शों पर जानबूझकर हमला हो रहा है। भाजपा आरएसएस पर इशारों में हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों की संविधान के निर्माण में कोई भूमिका नहीं थी वो आज संविधान की बात कर रहे हैं।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनाथ सिंह का विरोध करते हुए कहा कि बाबा साहेब कभी देश छोड़कर नहीं जाना चाहते थे। खड़गे यह भी बोले की बाबा साहेब बाहर से नहीं आए थे बल्कि आर्य आए थे बाहर से बाबा साहेब भारत के ही थे उन्होंने कभी देश छोड़कर भागने की बात नहीं की। बाद में हंगामे के चलते कार्रवाई 2 बजे तक के लिए स्थंगित भी की गई।

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Posted By: Molly Seth