इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी में जल्‍द ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी जैसा क्रेडिट सिस्‍टम चालू हो सकता है. इस क्रेडिट सिस्‍टम के लागू होने से आईआईटी स्‍टूडेंट्स अपने बीटेक कोर्स को सिर्फ सात सेमेस्‍टर यानी साढ़े तीन सालों में पूरा कर सकेंगे.


बस साढ़े तीन साल में होगा IIT से बीटेकआने वाले समय में आईआईटी से बीटेक करने वालों का कोर्स चार साल की बजाए साढ़े तीन सालों में पूरा हो पाएगा. दरअसल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी अपने क्रेडिट सिस्टम को एमआईटी, स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी जैसे क्रेडिट स्कोर सिस्टम में ढाल सकता है. नया क्रेडिट सिस्टम 2016-17 के एकेडमिक सेशन में शुरू हो सकता है. इसके अनुसार स्टूडेंट्स को कोर्स कंपलीट करने के लिए सर्टेन क्रेडिट्स अचीव करने होंगे और वह कम से कम सात सेमेस्टर में कोर्स पूरा कर पांएगे. इसके बाद बचे छह महीनों  में स्टूडेंट्स के पास किसी दूसरे कोर्स को करने का टाइम होगा.आठ साल में पूरी करें डिग्री
नए क्रेडिट सिस्टम में मिनिमम रिक्वायर्ड क्रेडिट्स पाने के लिए छात्रों को अधिकतम आठ साल का समय मिलेगा. इसके अलावा आईआईटी खड़गपुर एक इंटर आईआईटी मोबिलिटी सिस्टम लांच करने के बारे में भी सोच रही है. इस सिस्टम के तहत स्टूडेंट्स अपनी मनपसंद आईआईटी में कोर्स के दौरानएक सर्टेन पीरियड के लिए पढ़ सकेंगे.कुछ आईआईटी कॉलेजों में बनी रहेगी भीड़


इस नए सिस्टम के लागू होने से कुछ आईआईटी कॉलेजों में भीड़ बढ़ने की संभावना है. इस मामले में आईआईटी कानपुर, आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं. गौरतलब है कि यह तीनों संस्थान अपनी खास विशेषताओं के साथ स्टूडेंट्स के सबसे पसंदीदा संस्थान बने हुए हैं.

Posted By: Prabha Punj Mishra