'हितों के टकराव' के करार से किसी को नहीं होनी चाहिए परेशानी : गांगुली
क्रिकेट को रखना है साफ-सुथरा
भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि, 'हितों के टकराव' के करार पर हस्ताक्षर करने से डरने की कोई वजह नहीं है। यह क्रिकेट के भविष्य को सही रास्ते में ले जाएगा। क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल को साफ-सुथरा बनाने के लिए BCCI के इस कदम को पॉजिटिव तरीके से लिया जाना चाहिए। आपको बताते चलें कि पूर्व बीसीसीआई प्रेजीडेंट एन.श्रीनिवासन को आईपीएल टीम खरीदने की अनुमति देने और बाद में उस पर विवाद होने के बाद बोर्ड के नए पदाधिकारियों ने कड़े फैसले लेने शुरु कर दिए हैं। फिलहाल बोर्ड की एडवाइजरी कमेटी के मेंबर्स सचिन, लक्ष्मण और गांगुली इस नए कदम का स्वागत कर रहे हैं।
सिर्फ एक घोषणापत्र ही देना है
सौरव गांगुली ने बताया कि, BCCI ने क्रिकेट से जुड़े हर व्यक्ित को इसकी जानकारी दे दी है और मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी को कोई परेशानी होनी चाहिए। इस करार के बाद बोर्ड को सिर्फ एक घोषणापत्र ही देना होगा। गांगुली आगे कहते हैं कि, कौन-कौन लोग किससे करार रखते हैं इसका रिकॉर्ड उनके पास नहीं रहता। ऐसे में BCCI अपने हिसाब से सबसे निपट लेगा।
भारत में पहली बार 2 कप्तान
महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को लेकर गांगुली कहते हैं कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार देखा जा रहा। जब टेस्ट टीम की कमान कोहली जबकि वनडे की कप्तानी धोनी करेंगे। हालांकि अन्य देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और श्रीलंका जैसे देशों में अलग-अलग कप्तानों की परंपरा होती आई है। यदि आप जीतते हैं तो यह रणनीति सही साबित होती है लेकिन हारने पर यही परिस्थति बदल जाती है और उंगलियां उठने लगती हैं।