मायावती ने शनिवार को समाजवादी पार्टी कांग्रेस सरकारों और उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा शासन पर आधिकारिक मशीनरी का दुरुपयोग करने और राज्य में कानून का शासन स्थापित करने में विफल रहने का आरोप लगाया। मायावती ने भाजपा से कहा कि वह नवनियुक्त डीजीपी और अन्य सरकारी मशीनरी को निष्पक्ष तरीके से काम करने दे।


लखनऊ (पीटीआई)। बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि जैसाकि सर्वविदित है कि यूपी में चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या सपा की अथवा वर्तमान में भाजपा की, पुलिस व सरकारी तंत्र को निष्पक्षता से काम नहीं करने देने व इनका घोर दुरुपयोग करने के कारण ये सभी सरकारें यहाँ की जनता को कानून का राज देने में अति-विफल रही हैं। सरकारी तंत्र को निष्पक्षता से काम करने की छूट दी गई


मायावती ने एक अन्य ट्वीट में दावा किया कि बसपा के शासन के तहत कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने के लिए सरकारी तंत्र को निष्पक्षता से काम करने की छूट दी गई तथा कानून तोड़ने पर पार्टी के एमपी को भी जेल भेजा गया। मायावती ने भाजपा से मांग की है कि नवनियुक्त डीजीपी और अन्य सरकारी मशीनरी को निष्पक्ष तरीके से काम करने देना चाहिए। मुकुल गोयल को 30 जून को उत्तर प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया।सत्तारूढ़ कांग्रेस अंदरूनी कलह और गुटबाजी से ग्रस्त

एक अन्य ट्वीट में, मायावती ने पंजाब में बिजली संकट पर प्रकाश डाला और दावा किया कि राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस अंदरूनी कलह और गुटबाजी से ग्रस्त है, जिसके कारण लोगों के कल्याण से जुड़े मुद्दों की उपेक्षा की जा रही है। पंजाब में गंभीर बिजली संकट के कारण, सामान्य जीवन, उद्योग और खेती गंभीर रूप से प्रभावित है। कांग्रेस गुटबाजी और जनहित और कल्याण के मुद्दों की अंतर्विरोध और उपेक्षा के दौर से गुजर रही है। लोगों को इसका संज्ञान लेना चाहिए। चुनावों में बसपा-शिअद गठबंधन को वोट देने का आग्रह मायावती ने पंजाब के लोगों से राज्य में कांग्रेस सरकार से छुटकारा पाने और आगामी विधानसभा चुनावों में बसपा-शिअद गठबंधन को वोट देने का आग्रह किया। 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल (SAD) और BSP ने गठबंधन किया है। गठबंधन के तहत, बसपा पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ेगी, जबकि बाकी पर शिरोमणि अकाली दल लड़ेगी।

Posted By: Shweta Mishra