पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। उनका अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर बाराबंकी में होगा।

लखनऊ (पीटीआई)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य बेनी प्रसाद वर्मा का शुक्रवार को लखनऊ में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उनके बेटे राकेश वर्मा ने पीटीआई को बताया कि राज्यसभा सदस्य पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहे थे और उन्हें लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शाम 7 बजे के करीब उनकी मृत्यु हो गई। तीन बार कैसरगंज और दो बार गोंडा से सांसद रहे बेनी प्रसाद वर्मा का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर बाराबंकी के मोहन लाल वर्मा डिग्री कॉलेज के परिक्षेत्र में होगा। यह कॉलेज दिवंगत बेनी प्रसाद ने अपने पिता के नाम पर बनवाया था। राज्यसभा सदस्य के निधन की खबर मिलते ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अस्पताल पहुंचे और शोक व्यक्त किया।

बेनी बाबू के निधन से समाजवादी पार्टी को बड़ी क्षति हुई

वहीं सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा कि बेनी बाबू के निधन से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।बेनी प्रसाद वर्मा के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, प्रगतिवादी समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नेता के निधन पर शोक व्यक्त किया। बेनी प्रसाद वर्मा 1996-1998 के बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के कैबिनेट और कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए -2 सरकार में इस्पात मंत्री थे।

मुलायम सिंह यादव के साथ काफी लंबे समय से जुड़े रहे
पूर्व केंद्रीय मंत्री का सपा नेता मुलायम सिंह यादव के साथ काफी लंबे समय से जुड़े रहे। 2007 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में, बेनी प्रसाद वर्मा ने अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई थी, जो अपना खाता खोलने में असफल रही। 2009 में, बेनी प्रसाद वर्मा औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गए और गोंडा सीट से लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। इसके बाद उन्होंने 2016 में, समाजवादी पार्टी में दोबारा शामिल हुए, जिसने उन्हें राज्यसभा भेजा।

Posted By: Shweta Mishra