- दुष्कर्म मामले में फरार स्कूल संचालक पर था दस हजार का इनाम

- कुर्की की तैयारी में थी पुलिस, कोर्ट ने आरोपित को जेल भेजा

आगरा: जगदीशपुरा क्षेत्र में 11वी की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म में वांछित स्कूल संचालक सपा नेता पुत्र ने शुक्रवार को विशेष न्यायाधीश पॉक्सो की कोर्ट में समर्पण कर दिया। अग्रिम जमानत याचिका को कोर्ट ने निरस्त कर उसे जेल भेज दिया। पुलिस ने उस की गिरफ्तारी पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

स्कूल संचालक दीपक धनगर सपा नेता का पुत्र है। गिरफ्तारी से बचने को उसने विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट की अदालत में आत्मसमर्पण के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। अदालत ने सुनवाई को 18 नवंबर की तारीख तय की। आरोपित के अधिवक्ता द्वारा स्थगन प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करने पर अदालत ने सुनवाई के लिए 30 नवंबर की तारीख तय की थी। दीपक धनगर ने एक दिन पहले ही अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। विशेष न्यायाधीश ने आरोपित को 12 दिसंबर तक जेल में निरुद्ध रखने के आदेश दिए।

चार पहले ही भेजे जा चुके जेल

जगदीशपुरा क्षेत्र में सितंबर के महीने में 11वी की छात्रा की अश्लील वीडियो बनाने के बाद उसे ब्लैकमेल करके सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पीडि़ता रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंची तो पुलिस ने तहरीर को बदलवा दिया। मामला तूल पकड़ने पर दुष्कर्म के मामले में स्कूल संचालक दीपक धनगर समेत पांच लोगों को नामजद किया। चार लोगों को पुलिस गिरफ्तार करके पहले ही जेल भेज चुकी है।

इंस्पेक्टर और दरोगा पर भी गिरी निलंबन की गाज

सामूहिक दुष्कर्म मामले में थाना पुलिस की लापरवाही की जांच आइजी रेंज ए। सतीश गणेश ने एसपी पूर्वी प्रमोद कुमार को सौंपी थी। एसपी की जांच रिपोर्ट के बाद तत्कालीन इंस्पेक्टर जगदीशपुरा संजय कुमार पांडेय और दरोगा नील कमल को एसएसपी ने निलंबित कर दिया।

इस तरह दिया चकमा पुलिस को चकमा

भनक लगने पर पुलिस शनिवार को अदालत के बाहर उसे गिरफ्तार करने की तैयारी में थी। दीपक धनगर को भी इसका अनुमान था। पुलिस को चकमा देने के लिए उसने एक दिन पहले समर्पण कर दिया। बताते हैं सुबह 10:30 बजे ही वह भगवान टॉकीज चौराहे के पास एक दुकान के पास गाड़ी के अंदर बैठा रहा। अदालत में 11:30 बजे आत्मसमर्पण से संबंधित प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई शुरू हुई। वह अपने अधिवक्ताओं के साथ कार से दीवानी परिसर पहुंचा और समर्पण कर दिया।

Posted By: Inextlive