- ब्राहमण सभा के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किया डीआईजी ऑफिस पर प्रदर्शन

- अधिकारियों से बात करते हुए भावुक हुए पीडि़त परिवार

Meerut समाजवादी पार्टी के नेताओं व शामली पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पलायन करना पड़ गया। बुधवार को वह युवजन सभा के दर्जनों पदाधिकारियों के साथ आईजी व डीआईजी कार्यालय पर इंसाफ के लिए पहुंचे और अधिकारियों को अपना दुखड़ा सुनाया। इस बीच वह भावुक हो गए और अपने आंसू नहीं रोक सके।

बताई आप बीती

ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भृगुवंशी आशुतोष पांडेय पुत्र राजेन्द्र पांडे ने बताया कि वह जिला शामली के मोहल्ला रायजादगान कांधला के रहने वाले है। बताया कि कांधला निवासी हाजी बबला चेयरमैन है। आरोप है कि हाजी बबला कसाई खाना चलाता है। जहां पर प्रतिदिन गाय का कटान होता है। जिसका ब्राह्मण युवजन सभा विरोध करती है। कई बार थाने में शिकायत करने के बाद भी हाजी बबला के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है।

सपा नेताओं ने करा दिए मुकदमे दर्ज

उसके इस कृत्य में सपा का जिलाध्यक्ष और उसका भाई जावेद सहयोग करता है। चैयरमैन और जिलाध्यक्ष के दवाब में आकर पुलिस ने उनके खिलाफ 147 फर्जी मुकदमें दर्ज कर दिए है। पुलिस लगातार उनका उत्पीड़न कर रही है। आशुतोष पांडेय ने यह भी बताया कि उक्त लोग उसे लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उनका कसूर सिर्फ इतना है कि वह क्षेत्र में हो रही गौ हत्या का विरोध करते है।

अन्य जनपद की पुलिस को जांच देने की मांग

उन्होंने आईजी, डीआईजी को दिए ज्ञापन में शामली पुलिस से जांच हटाकर अन्य किसी भी जनपद में जांच कराने की मांग की। इस दौरान उनके साथ ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष महिला मोर्चा की मंजू शर्मा, उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, सहारनपुर के जिलाध्यक्ष प्रभुदत्त शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष अंकित शर्मा, प्रमोद शर्मा, विनोद दीक्षित, गौरव दुबे समेत दर्जनों लोग शामिल रहे।

किया था हत्या का प्रयास

आसुतोष पांडेय ने यह भी बताया कि बीती 18 जून की रात को दूसरे पक्ष ने उन पर गोलियां चलवाई थी। जिसमें वह बाल-बाल बच गए। इस मामले की तहरीर उन्होंने कांधला थाने में दी थी, लेकिन पुलिस ने सपा नेताओं के दवाब में आकर तहरीर बदल दी। वहीं आरोपी लगातार उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे है। जिस कारण वह पलायन के लिए मजबूर है।

64 परिवार कर चुके है कांधला से पलायन

उन्होंने बताया कि पुलिस की कार्य प्रणाली और सत्ताधारी लोगों के कारण कांधला के 64 परिवार पलायन कर चुके है। उन्होंने मीडिया के समक्ष सपा नेताओं पर एक पक्षीय कार्रवाई करने और अनेक गंभीर आरोप लगाते हुए इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होने की बात कही। उन्होंने यह भी बताया कि कांधला का माहौल खराब है, जहां पर कभी भी कुछ भी हो सकता है। आलाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है।

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Posted By: Inextlive