रांची : गवर्नर द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को आड्रे हाउस में स्पेशल (दिव्यांग) बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग से काफी प्रभावित हुई। मौका था झारखंड बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कृत करने का। राज्यपाल ने कहा कि इन बच्चों में भले ही शारीरिक रूप से कुछ कमी हो, लेकिन ये मानसिक रूप से मजबूत हैं और इनमें पेंटिंग, म्यूजिक, डांसिंग की प्रतिभा कूट-कूटकर भरी है। राज्यपाल ने इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में बच्चों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय अवार्ड के अलावा संात्वना पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने निर्णायक मंडली में शामिल चित्रकार प्रवीण कर्मकार, साबिर हुसैन व मंजूषा जायसवाल को सम्मानित किया।

प्रतिभा की कमी नहीं

राज्यपाल ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उनमें इतनी प्रतिभा है कि वे काफी आगे जा सकते हैं। राज्यपाल उनके साथ हैं। कहा, चूंकि सभी बच्चे जिलों से चयनित होकर आए हैं, इसलिए सभी विनर है। इससे पहले राज्यपाल के प्रधान सचिव सतेंद्र सिंह ने बताया कि राज्य स्तर पर पुरस्कृत बच्चे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। परिषद की उपाध्यक्ष पुष्पा भुवालिका ने बताया कि पिछले पांच वर्षो में झारखंड के 33 बच्चे राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। यह बच्चों की प्रतिभा से ही संभव हुआ है। इससे पहले, राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 22 जिलों के लगभग 400 बच्चे शामिल हुए, जिनमें 105 विशेष बच्चे थे। पेंटिंग का विषय 'मेरी जंगल यात्रा', 'जल में जीवन', 'अतुल्य भारत', 'भारतीय सेना' आदि रखा गया था। विशेष बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग को लोग काफी सराहना कर रहे थे।

Posted By: Inextlive