Patna: महाबोधि मंदिर बोधगया में हुए ब्लास्ट के बाद हर लेवल पर सिक्योरिटी को लेकर मीटिंग चल रही है. बिहार झारखण्ड का आर्मी हेडक्वार्टर दानापुर कैंट की सिक्योरिटी को लेकर भी एक मीटिंग की गई है.


सीनियर ऑफिसर के साथ एक लम्बी मीटिंगआर्मी हेडक्वार्टर की सिक्योरिटी के लिए आईबी के सीनियर ऑफिसर, आर्मी के इंटेलिजेंस, उसके सभी विंग के ऑफिसर्स और पटना पुलिस के सीनियर ऑफिसर के साथ एक लम्बी मीटिंग हुई। दोपहर बारह बजे से शुरू हुई यह मीटिंग करीब तीन घंटे तक चली। इसमें दानापुर कैंट की सिक्योरिटी और मजबूत करने की दिशा में कई फैसले लिए गए। इंडियन मुजाहिदीन का खतराबोधगया में एक के बाद एक दस सीरियल ब्लास्ट कर उसका जिम्मा लेने वाले आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के खतरे की आशंका आर्मी हेडक्वार्टर में है। मीटिंग के दौरान हालिया हमले के बाद किस तरह से सिक्योरिटी और टाइट की जाए, इसपर विचार हुआ। साथ ही पुलिस प्रशासन इस दिशा में कितनी सहूलियतें उपलब्ध करवा सकता है इसपर भी लम्बी बात हुई। इसके अलावा इंडियन मुजाहिदीन की गतिविधियों व संभावित कार्रवाई पर आफिसर्स ने डिस्कशन किया।


माओवादियों के जमावड़े पर बात

इस मीटिंग में दानापुर कैंट के आसपास के एरिया में नक्सलियों के जमावड़े पर भी चर्चा हुई। इसी महीने में पटना पुलिस को वह लेटर भी मिली थी, जिसमें आर्मी हेडक्वार्टर ने माओवादियों के सोन नदी के किनारे बढ़ी एक्टिविजिटज और वहां स्थित मंदिर के पास बढ़े जमावड़े को लेकर होम डिपार्टमेंट को लिखा था। आर्मी ने इस इलाके से मिली अवैध आम्र्स की चर्चा कर उनकी उस इलाके में एक्टिविटी की पुख्ता खबर दी थी। मीटिंग में उस इलाके में कॉबिंग आपरेशन चलाने की जरूरत महसूस की गई साथ ही पुलिस के साथ मिलकर ज्वाइंट गश्ती की प्लानिंग भी की गई। इसके अलावा हर 15 दिनों पर आर्मी आफिसर्स के साथ लोकल पुलिस की मीटिंग होगी। इसमें सीसीटीवी कैमरे लगाने, डोर मेटल डिटेक्टर सहित कई और मीटिंग में आईबी के सीनियर आफिसर और पटना पुलिस की ओर से एडिशनल एसपी अनुपम कुमार मीटिंग में शामिल हुए। आर्मी के साथ सिक्योरिटी को लेकर मीटिंग हुई, जिसमें आईबी और आर्मी इंटेलिजेंस के ऑफिसर्स के साथ दानापुर कैंट की सिक्योरिटी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। आर्मी की ओर से इंडियन मुजाहिदीन और नक्सलियों की एक्टिविटीज को लेकर कुछ आशंका जताई गई थी। सिक्योरिटी को ध्यान में रखकर कई फैसले किए गए हैं।अनुपम कुमार, एडिशनल एसपी (आपरेशन)मीटिंग में हुआ फैसला-सीसीटीवी कैमरा कैंट के सभी जगहों पर लगवाने का सुझाव। -क्विक रिस्पांस टीम बनाने की जरूरत। -डोर मेटल डिटेक्टर लगाने और फिक्सिंग ज्यादा करने का सुझाव।-रात की गश्ती और उस इलाके की आर्मी भी बढ़ाए।

-आर्मी के साथ पटना पुलिस की टीम ज्वाइंट रूप से करेगी पेट्रोलिंग।
-हर 15 दिन पर लोकल पुलिस के साथ आर्मी ऑफिसर्स की मीटिंग का डिसीजन।

Posted By: Inextlive