भारत में स्पाइस ने ड्रीम उनो सीरीज में ग्राहकों को बहुत बड़ा तोहफा दिया है. स्‍पाइस अपनी इस सीरीज ड्रीम यूनो 498 और 498H में लॉलीपॉप वर्जन 5.1 का अपडेट एड्रॉंयड वन शुरू करने जा रही है. जिससे कंपनी ने इस बात की अधिकारिक घोषणा कर दी है. कंपनी के मुताबिक यह सॉफ्टवेयर लगभग 5 दिनों के अदंर शुरू हो जायेगा. इनमें में हिंदी कीबोर्ड वॉइस इनपुट के साथ ही मशहूर गूगल प्रॉडक्ट्स जैसे ऐंड्रॉयड OS क्रोम सर्च यू ट्यूब गूगल मैप्स आदि के हिंदी वर्जन भी हैं.

रिटेलर के ऊपर भी निर्भर करती
स्पाइस का ड्रीम यूनो 498 और ड्रीम यूनो 498H शुरुआती ऐंड्रॉयड वन फोन हैं, जिन्हें अमेजन, स्नैपडील और फ्लिपकार्ट पर लाया गया है. ऑफलाइन मार्केट में ये फोन्स रिलायंस डिजिटल, क्रोमा और मोबाइल स्टोर के जरिए बेचे जाएंगे. जिसकी कीमत 6299 के आस पास होगी. इसके अलावा यह रिटेलर के ऊपर भी निर्भर करती है. इनमें में हिंदी कीबोर्ड, वॉइस इनपुट के साथ ही मशहूर गूगल प्रॉडक्ट्स जैसे ऐंड्रॉयड OS, क्रोम, सर्च, यू ट्यूब, गूगल मैप्स आदि के हिंदी वर्जन भी हैं. यह एड्रायड किटकैट 4.4.4 से जरा हटकर काम करता है. इनमें 4.5 इंच का डिस्प्ले दिया गया है. इसके साथ ही 5 मेगापिक्सल का रियर कैमरा, 2 एमपी का फ्रंट कैमरा, 4 जीबी इंटरनल मेमरी, 32 जीबी तक एक्सपेंडेबल मेमरी सपोर्ट कर सकते हैं. इसके अलावा एक जीबी रैम, डुअल सिम, एफएम रेडियो, 1700 मिली एंपियर बैटरी भी दी गयी है.

 

भारत में स्पाइस पहली कंपनी
स्पाइस ने इन्हें सबसे पहले इंडोनेशिया, श्रीलंका में फरवरी में लॉन्च किया. इसके बाद यूके में. स्पाइस के सीईओ प्रशांत बिंदल का कहना है कि इंडिया में लॉलीपॉप 5.1 का अपडेट एड्रॉंयड वन पेश करने वाली स्पाइस पहली कंपनी है. उन्होंने कहा कि ऐंड्रॉयड वन आपको सबसे पहले नया ऐंड्रॉयड एल देगा, ऐप्स सबसे पहले अपडेट होंगे. हालांकि अब इसके बाद माइक्रोमैक्स और कार्बन ने भी इसके लिये साइन कर दिया है. वहीं सूत्रों की माने तो जल्द ही एचटीसी, अल्काटेल टच, लेनोवो, जोलो, पैनासोनिक, लावा, इंटेक्स आदि के फोन भी इस पर आएंगे. उनमें अलग-अलग स्क्रीन साइज, ज्यादा बेहतर फीचर और कलर होंगे. इनके फीचर और दाम अभी के ऐंड्रॉयड वन फोन से ज्यादा भी हो सकते हैं.

 

सबसे पहले ऐंड्रॉयड वन के फोन पर
ऐंड्रॉयड वन गूगल का एक प्रॉजेक्ट है, जिसमें वह कम दाम में अच्छी क्वॉलिटी का स्मार्टफोन ऑफर कर रही है. यानी यह ऐंड्रॉयड किटकैट पर ही ऑपरेट करता है. सबसे खास बात यह है कि इसे गूगल प्ले से अन्य ऐंड्रॉयड फोन की तरह ही ऐप्स डाउनलोड करते हैं. गूगल का कहना है कि जब अगला ऐंड्रॉयड अपग्रेड आएगा तो वह सबसे पहले ऐंड्रॉयड वन के फोन पर चालू होगा. गूगल ने यह भी तय किया है कि हार्डवेयर में स्टैंडर्ड का एक लेवल होगा, उससे नीचे आप नहीं जा सकते.इसका मतलब यह भी हुआ कि इसमें कंपनियों की कोई मनमानी नहीं चलेगी. उन्हें गूगल की तरफ से ऐंड्रॉयड का तय इंटरफेस ही देना होगा, ताकि अपग्रेड स्मूद हो.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh