इनद‍िनों बंदी के कगार पर पहुंची निजी विमानन कंपनी स्पाइसजेट को थोड़ी सी राहत के संकेत म‍िले हैं क्‍योंक‍ि स्‍पाइसजेट के मुख्‍य पर‍िचालन अध‍िकारी संजीव कपूर नागर वि‍मानन मंत्री गजपत‍ि से मुलाकात कर तत्‍काल राहत द‍िए जाने की मांग रखी. ज‍िसमें यह तय हुआ क‍ि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एएआई 200 करोड़ रुपए का बकाया तत्काल चुकाने के लिए दबाव नहीं देगा.


तत्काल राहत का आग्रहस्पाइसजेट कंपनी में कुछ समय से उथल पुथल हो रहा है. कंपनी पर करोड़ों रुपया बकाया हो चुका है. जिससे बीते दिनों ने स्पाइसजेट ने अपनी दिसंबर तक की करीब 1800 उड़ाने भी कैंसिल कर दी थी. हालांकि स्पाइसजेट के शीर्ष अधिकारियों ने आज नागर विमानन राज्यमंत्री महेश शर्मा से मुलाकात कर ‘तत्काल राहत’ का आग्रह किया. जिसमें यह तय हुआ कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण  200 करोड़ रुपए का बकाया तत्काल चुकाने के लिए दबाव नहीं देगा क्योंकि कंपनी के प्रवर्तक कलानिधि मारन ने और अधिक धन लगाने की व्यक्तिगत गारंटी दे दी है. मुलाकात करने वालों में स्पाइसजेट के मुख्य परिचालन अधिकारी कपूर व उसकी मूल कंपनी सन ग्रुप के सीएफओ एस एल नारायणन शामिल मौजूद रहे. फैसला उच्चतम स्तर पर
वही मंत्री ने कहा कि इस तरह का कोई फैसला सरकार में उच्चतम स्तर पर लिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कलानिधि मारन के स्वामित्व वाली स्पाइसजेट के आग्रह को प्रधानमंत्री कार्यालय तथा वित्त एवं पैट्रोलियम मंत्रालय के समक्ष पेश किया जाएगा. इससे पहले एयरलाइंस के अधिकारियों ने नागर विमानन महानिदेशालय के प्रमुख प्रभात कुमार से मुलाकात की थी. स्पाइसजेट ने डी.जी.सी.ए. को एक परिचालन योजना सौंपी है. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि इसमें ‘कुछ नया’ नहीं है. डी.जी.सी.ए. ने एयरलाइंस को अपने कर्मचारियों का बकाया वेतन चुकाने के लिए बस आज तक का समय ही दिया है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh