स्पो‌र्ट्स डे स्पेशल ::

- 6 माह से स्टेडियम में नही हैं कई खेलों के कोच

- कई खेलों में लगातार घट रही खिलाडि़यों की संख्या

बरेली : आज यानि थर्सडे को व‌र्ल्ड स्पो‌र्ट्स डे मनाया जाएगा। खेलों को बढ़ावा देने के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन बरेली में खेल और खिलाडि़यों को जरूरी सुविधाओं की कमी से जूझना पड़ रहा है। संसाधनों के अभाव के चलते यहां के खिलाड़ी बाहरी प्रदेशों की ओर रुख कर रहे हैं। विभागीय स्तर से भी मंडल की इन प्रतिभाओं को निखारने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।

स्टेडियम से हो रहा मोह भंग

पिछले कुछ सालों की बात करें तो सुबह से शाम तक स्पो‌र्ट्स स्टेडियम खिलाडि़यों से भरा रहता था लेकिन पिछले दो सालों में स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है। वर्तमान की बात करें तो पिछले सात माह से मुख्य खेलों के कोच न होने के कारण यहां रजिस्टर्ड खिलाड़ी तक प्रैक्टिस के लिए नियमित रूप से स्टेडियम में नहीं पहुंच रहे हैं।

स्टेडियम को मरहम की आस

एक ओर जहां स्टेडियम में संसाधनों का अभाव है तो वहीं स्टेडियम के हालात भी बदतर हैं। चाहरदीवारी कई जगह से टूटी हुई है तो मैदान में कई जगह जलभराव की समस्या बनी रहती है। बास्केटबॉल, वॉलीबाल नेट कई माह से फटा हुआ है। हैरत की बात तो यह है कि विभागीय अफसरों का ध्यान इस ओर नहीं जाता है।

इन खेलों के कोच नहीं

पिछले करीब पांच साल से स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, वॉलीबाल, स्वीमिंग, बास्केटबॉल के स्थाई कोच नहीं हैं। ऐसे में अंशकालिक कोच अंशकालिक कोच की नियुक्ति की जाती थी, लेकिन पिछले सात महीने से इन खेलों के अंशकालिक कोच भी नहीं हैं।

4 साल में आधे रह गए खिलाड़ी

खेल 2015 में रजिस्टर्ड खिलाड़ी 2019 में रजिस्टर्ड खिलाड़ी

हॉकी - 50 30

फुटबाल 65 35

बास्केटबॉल 30 15

स्वीमिंग 40 20

वॉलीबाल 30 12

किक्रेट के सुधरे हालात

पिछले एक साल से स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में सबसे ज्यादा किक्रेट के संसाधनों का टोटा था, लगातार खिलाडि़यों की संख्या घट रही थी। लेकिन निदेशालय की ओर से पांच माह पहले यहां कोच की तैनाती की तो कोच के प्रयास से अब किक्रेट के दिन बहुरने लगे हैं। नई पिच का निर्माण हुआ तो पांच नई किट भी प्राप्त हुई। अब यहां क्रिकेट की प्रैक्टिस करने के लिए खिलाड़ी डेली पहुंच रहे हैं।

प्राइवेट एकेडमी की चांदी

स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में संसाधनों का टोटा होने का सबसे ज्यादा फायदा प्राइवेट स्पो‌र्ट्स एकेडमी को पहुंच रहा है। शहर में करीब पांच बड़ी स्पो‌र्ट्स एकेडमी हैं इनमें लगातार खिलाडि़यों की संख्या में इजाफा हो रहा है।

खिलाडि़यों की बात

1. आरयू से सेपक टाकरा की टीम में शामिल था, वहां हमें समय से भत्ता तक नही मिलता था, पंजाब यूनिवर्सिटी से कॉल आया और वहां एडमिशन लेने के बाद कई नेशनल प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीता है।

लक्की कुमार।

2. स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में संसाधनों की कमी है। इस कारण एक साल से कोई बड़ी प्रतियोगिता भी नही हुई। कई खेलों के कोच भी नहीं हैं, बिना कोच के खिलाडि़यों की प्रैक्टिस प्रभावित हो रही है। इस ओर ध्यान देना चाहिए।

शुभम कन्नौजिया।

वर्जन

विभाग खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रयासरत है। जिन संसाधनों की कमी है उन्हें जल्द पूर्ण किया जाएगा। कई कमियों को दूर किया गया है।

विजय कुमार, आरएसओ

Posted By: Inextlive