श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल को बॉल टेंपरिंग में दोषी पाए जाने के बाद उन पर एक मैच का प्रतिबंध लग गया है।


दिनेश चांदीमल पर लगा एक मैच का प्रतिबंध


कानपुर। श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चांदीमल को बॉल टेंपरिंग मामले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने दोषी पाते हुए उन पर 100 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना और एक टेस्ट मैच का प्रतिबंध लगाया है। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में चांदीमल पर बॉल टेंपरिंग के आरोप लगे थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दौरान श्रीलंकाई कप्तान को बॉल टेंपरिंग मामले में दोषी ठहराया गया था। उन पर आइसीसी ने गेंद के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए थे जिससे चांदीमल ने साफ इन्कार कर दिया था। प्रतिबंध के चलते चांदीमल बारबाडोस में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। मालूम हो कि वेस्टइंडीज के सेंट लूसिया में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान चांदीमल उस समय विवादों में आ गए थे जब उन्हें मैदान में गेंद पर एक पदार्थ लगाते देखा गया। चांदीमल ने पहले इस पदार्थ को जेब से निकाल कर अपने मुंह में डाला और उसके बाद उसे गेंद पर लगाने लगे।37 साल पहले एक और कंगारू खिलाड़ी ने की थी बड़ी गलती

क्रिकेट इतिहास में खिलाड़ियों द्वारा बेईमानी करना कोई नया नहीं है। पहले भी इस जेंटलमैन गेम में चीटिंग होती आई है, मगर कुछ मामले ऐसे हैं जिसमें खिलाड़ी इतता नीचे गिर जाते हैं कि जिंदगीभर उनके ऊपर से बेईमानी का दाग नहीं धुल पाता। कुछ ऐसा ही हुआ है ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ट्रेवर चैपल के साथ। 37 साल पहले ट्रेवर की एक गलती ने उन्हें पूरा बर्बाद कर दिया था। लोग आज भी उनकी उस गलती या बेईमानी की आलोचना करते हैं। यही नहीं ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को बदनाम करने वाले खिलाड़ियों में ट्रेवर का नाम सबसे ऊपर आता है।ये गलती जिंदगी पर पड़ गई भारी

ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, 1981 में वर्ल्ड कप के तीसरे फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीम आमने-सामने थीं। कंगारू टीम पहले बैटिंग कर चुकी थी, मैच अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका था। न्यूजीलैंड के लिए मैच जीतना लगभग असंभव था, मगर वह मैच को टाई करा सकते थे। कीवी टीम को मैच बराबर करने के लिए एक गेंद में 6 रन की जरूरत थी। सामने गेंदबाज थे ट्रेवर चैपल, इससे पहले की वह गेंद फेंकते उनके भाई और तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल ने ट्रेवर को इशारे में कहा कि, वो अंडरऑर्म बॉल फेंक दें। ट्रेवर ने भी ऐसा ही किया, उन्होंने गेंद को जमीन पर घिसटते हुए बल्लेबाज के पास फेंका। ऐसे में छक्का जाना नामुमकिन था और ऑस्ट्रेलियाई टीम वो मैच जीत गई।बीवी छोड़कर चली गईमैच खत्म होने के बाद ट्रेवर चैपल की पूरे विश्व क्रिकेट में आलोचना हुई। ट्रेवर कहते हैं कि, इस विवाद के बाद वह मानसिक रूप से काफी डिस्टर्ब हो गए थे। वह कहीं भी जाते लोग उसी प्रकरण के बारे में सवाल करते। यहां तक कि उनका करियर भी इसी वजह से खत्म हो गया। बीवी भी छोड़कर चली गई। वह पूरी जिंदगी इस दाग को धो नहीं सके।जानें क्या होता है यो-यो टेस्ट, जिसे धोनी से लेकर कोहली तक सबको पास करना होता हैअंडर-19 टीम में सचिन के बेटे को नहीं मिल रहा स्पेशल ट्रीटमेंट, रखा जा रहा ऐसे

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari