श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई के विदेश जाने पर अदालत ने रोक लगा दी है। उनपर देश में भ्रष्टाचार करने का मामला दर्ज है।

कोलंबो (पीटीआई)। श्रीलंका में विशेष उच्च न्यायालय ने सोमवार को भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व श्रीलंकाई राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई गोताभाय राजपक्षे और छह अन्य लोगों के विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 9 अक्टूबर को निर्धारित की गई है। अदालत ने गोताभाय और छह अन्य लोगों के विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगाने के साथ सभी को 10000 रुपये के नकद बौंड और 10 लाख रुपये के नीजी मुचलके पर जमानत भी दे दी है।
90 मिलियन रूपए का दुरुपयोग
बता दें कि सभी सात लोगों पर डीए राजपक्ष मेमोरियल संग्रहालय बनाने के लिए राज्य निधि के कथित दुरुपयोग का मामले दर्ज है। संदिग्धों पर आरोप है कि उन्होंने हंबंतोटा जिले के मेदामुलाना में संग्रहालय और स्मारक बनाने के लिए सरकारी खजाने के 90 मिलियन रूपए का दुरुपयोग किया था। महिंदा राजपक्षे ने कुछ दिन पहले विशेष अदालत की प्रक्रिया की खूब निंदा की थी और कहा था कि यह उनके परिवार के खिलाफ एक साजिश है। 2015 में महिंदा की हार के बाद मैत्रिपला सिरीसेना देश के राष्ट्रपति बने और तब से राजपक्षे के परिवार और उनके करीबी सहयोगियों को भ्रष्टाचार के मामलों में फंसाने की लगातार कोशिश की जा रही है।

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Posted By: Mukul Kumar