कैरम बाॅल का आविष्कार करने वाले इस मिस्ट्री स्पिनर ने क्रिकेट से लिया संन्यास
कानपुर। क्रिकेट जगत में कई खिलाड़ी आए और गए, मगर पहचान सिर्फ उन्हें मिली जो खास कर गए। ऐसे ही एक खास क्रिकेटर हैं श्रीलंका के अजंता मेंडिस जिन्हें मिस्ट्री स्पिनर कहा जाता है। अजंता ने बुधवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया। एक वक्त था जब अजंता की स्पिन को समझना आसान नहीं था। बड़े से बड़ा बल्लेबाज भी इस गेंदबाज के आगे घुटने टेक देता था। साल 2008 में एशिया कप का फाइनल मैच कौन भूल सकता है जब मेंडिंस ने भारत के खिलाफ आठ ओवर में छह विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी थी और श्रीलंका 100 रन से मैच जीत गया था।
सिर्फ वनडे नहीं टी-20 इंटरनेशनल में भी अजंता मेंडिस के नाम कई रिकाॅर्ड दर्ज हैं। मेंडिस टी-20 क्रिेकट में सबसे अच्छी गेंदबाजी करने वाले बाॅलर हैं। साल 2012 में मेंडिस ने जिंबाब्वे के खिलाफ 4 ओवर में आठ रन देकर 6 विकेट चटकाए थे। टी-20 में किसी भी गेंदबाज का अब तक का सबसे अच्छा बाॅलिंग फिगर है। चार साल से थे टीम से बाहर
करियर के शुरुआती दिनों में तेजी से चर्चा में आए अजंता मेंडिस का जादू ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया। जैसे-जैसे समय गुजरता गया, मेंडिस की गेंदबाजी बल्लेबाजों के समझ आने लगी। फिर किसी भी टीम के खिलाफ मेंडिस को ज्यादा सफलता नहीं मिली। यही वजह है कि पिछले चार साल से मेंडिस श्रीलंकाई टीम से बाहर हैं। मेंडिस ने श्रीलंका के लिए 87 वनडे खेले जिसमें 152 विकेट चटकाए। वहीं टी-20 में 39 मैचों में 66 विकेट अपने नाम किए। मेंडिस ने 19 टेस्ट मैच भी खेले हैं जिसमें 70 बल्लेबाजों का शिकार किया।