मार्केट में बिका पेपर, सोशल मीडिया पर दिनभर मचा रहा हल्ला

उत्तर को एक पन्ने में लिखकर एक दूसरे से होती रही शेयरिंग

मुख्यालय ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को सौंपी एमटीएस परीक्षा की जांच

30 अप्रैल को हुई परीक्षा पहले ही हो चुकी है रद

ALLAHABAD: संडे को हुई मल्टीटास्किंग (नॉन टेक्निकल) एग्जाम 2016 की परीक्षा मजाक बनकर रह गई। संडे को पूरे दिन इस बात का हल्ला मचा रहा कि परीक्षा की दोनों पालियों का पेपर आउट हो गया है और उत्तर मार्केट में बेचे जा रहे हैं। एमटीएस एग्जाम के दौरान सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर प्रश्न और उनके उत्तरों को लोगों ने एक दूसरे से शेयर किया। उधर, एसएससी के ऑफिसर देर शाम तक यह कह पाने की स्थिति में नहीं थे कि परीक्षा का पेपर आउट हुआ है या नहीं। फिलहाल मामले की जांच दिल्ली क्राईम ब्रांच को सौंपी गई है। यूपी पुलिस ने भी परीक्षा में हुये फर्जीवाड़े की जांच शुरू कर दी है।

फेसबुक व वाह्टसएप बने माध्यम

संडे को मल्टी टास्किंग परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही सूचना प्रसारित होनी शुरू हो गई कि परीक्षा का पेपर और उनके उत्तर बाहर आ गये हैं। इलाहाबाद में कुलभास्कर आश्रम डिग्री कॉलेज के पास प्रश्न पत्र और उनके उत्तर 10-10 हजार रूपये में बेचे जाने की सूचना फैलने से हड़कंप मचा रहा। ऐसी ही सूचना मुजफ्फरपुर, पटना, कानपुर, बनारस इत्यादि शहरों से आती रही। पर्चा आउट होने का सबसे ज्यादा हल्ला फेसबुक और वाह्टसएप पर मचा।

कैंसिल हो सकती है परीक्षा

इससे पहले 30 अप्रैल को भी एमटीएस एग्जाम का पर्चा आउट हो गया था। इसके बाद दूसरे पाली की परीक्षा को कैंसिल करना पड़ा था। माना जा रहा है कि ऐसा ही फैसला 14 मई, रविवार को हुई परीक्षा के लिये भी लिया जा सकता है। उधर, रविवार को दिल्ली मुख्यालय के अंडर सेक्रेटरी की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि पूरे प्रकरण की जांच इंवेस्टीगेशन एजेंसी कर रही है। मुख्यालय का कहना है कि सोशल मीडिया पर दोनों पाली का पेपर परीक्षा शुरू होने के बाद आया। पेपर आउट होने की खबर मिलने के बाद कई परीक्षा केन्द्रों पर हंगामा भी मचा।

सीआईएसएफ की रही निगरानी

एसएससी की यह परीक्षा उस समय सवालों के घेरे में आई है। जब एसएससी ने परीक्षा में धांधली पर नकेल के लिये जमकर तैयारी की थी। क्वेश्चन पेपर और ओएमआर शीट की सुरक्षा के लिये परीक्षा केन्द्र पर मौजूद सुपरवाइजर और स्टैटिक मजिस्ट्रेट को रेसपांसिबल बनाया गया था। परीक्षा शुरू होने से पांच मिनट पहले क्लास इंविजिलेटर को क्वेश्चन पेपर और ओएमआर शीट सील्ड कंडीशन में सौंपे जाने की हिदायद थी। किसी भी परीक्षार्थी को सुबह के सत्र में 09:30 बजे एवं शाम के सत्र में दोपहर 01:30 बजे के बाद इंट्री की परमिशन नहीं थी। यह परीक्षा सीआईएसएफ की निगरानी में करवाई गई।

डेढ़ लाख ने छोड़ी परीक्षा

इसमें इलाहाबाद में 74 केन्द्रों पर 63,072 परीक्षार्थी, आगरा में 38 केन्द्र पर 33,408 परीक्षार्थी, बरेली में 14 केन्द्र पर 12,384 परीक्षार्थी, गोरखपुर में 43 केन्द्र पर 33,984, कानपुर में 32 केन्द्र पर 27,648 परीक्षार्थी, लखनऊ में 48 केन्द्र पर 41,184 परीक्षार्थी, मेरठ में 27 केन्द्र पर 26,496 परीक्षार्थी, वाराणसी में 51 केन्द्र पर 43,488 परीक्षार्थी, भागलपुर में 25 केन्द्र पर 21,600 परीक्षार्थी, गया में 22 केन्द्र पर 18,432 परीक्षार्थी, मुजफ्फरपुर में 44 केन्द्र पर 36,864 परीक्षार्थी तथा पटना में 58 केन्द्र पर 51,840 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी। ओवरलआल 2,33,792 परीक्षार्थी यानि 56.97 फीसदी ने परीक्षा दी और 1,76,608 ने परीक्षा छोड़ दी। इलाहाबाद में 39,159 यानि 62.09 फीसदी ने परीक्षा दी।

12 शहर यूपी और बिहार के बने थे सेंटर

08 यूपी के और चार शहर थे बिहार के

10 से 12 बजे के बीच पहली पाली की हुई परीक्षा

02 से 04 बजे के बीच आयोजित थी दूसरी पाली की परीक्षा

476 परीक्षा केन्द्र बने थे सभी 12 शहरों में

04 लाख 10 हजार 400 परीक्षार्थी होने थे शामिल

02 लाख 33 हजार 792 ने दी परीक्षा, शेष रहे अनुपस्थित

पर्चा आउट की कई शिकायतें मिली हैं। सभी को दिल्ली मुख्यालय फारवर्ड किया गया है। पेपर आउट तब माना जायेगा, जब वह परीक्षा शुरू होने से पहले बाहर आया हो। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीमें जांच कर रही हैं।

राहुल सचान, डायरेक्टर, एसएससी सेंट्रल रीजन

Posted By: Inextlive