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AGRA। संजलि मर्डर केश का अनावरण करने के लिए जांच में 12 टीमों को शामिल किया गया था। ऑपरेशन का कोड ग्रुप 40 रखा था। हत्या से संबंधित हर सुराग समेत अन्य पल-पल की जानकारी से एक दूसरे को अपडेट कर रहे थे। एक सप्ताह से टीम के सदस्य दिन-रात साक्ष्य और उससे जुड़ी कडि़यों जोड़ने में लगे रहे। तकनीकी और टीम वर्क के मेल ने देश में चर्चित संजली कांड का 168 घंटे में पर्दाफाश कर दिया।

हत्या के खुलासे में जुटी थीं 12 टीमें
एसएसपी अमित पाठक ने संजली हत्याकांड के पर्दाफाश के लिए 12 टीमें बनाई थीं। इसमें एसएसपी के अलावा आइपीएस मनोज सोनकर, प्रशिक्षु आइपीएस गोपाल चौधरी एवं दीक्षा शर्मा, एसपी ग्रामीण डॉ। अखिलेश नारायण, सीओ नम्रिता सिंह एवं इंस्पेक्टरों समेत 40 अधिकारी थे। इन सभी का एक वाट्स ग्रुप बनाया गया। हत्याकांड के पर्दाफाश में जुटी टीमों द्वारा इसका कोड ग्रुप-40 रखा गया।

हर जानकारी ग्रुप पर हो रही थी अपडेट
टीम छात्रा को जिंदा जलाने से जुड़ी हर जानकारी को ग्रुप पर लगातार अपडेट कर रही थी। जो भी नए साक्ष्य सामने आ रहे थे, अधिकारी एक दूसरे से तत्काल साझा कर रहे थे। टीमों को कहां जाना है, किससे बात करनी है, नए सुराग के आधार पर अगला कदम क्या होगा।

लगातार मिल रहे थे दिशा निर्देश
इस बारे में लगातार दिशा-निर्देश लिए और दिए जा रहे थे। ऑपरेशन कोड 40 से जुड़े लोगों ने सात दिन तक लगातार काम किया। सोमवार को संजली के हत्यारोपितों तक पहुंचने के साथ ही ऑपरेशन कोड 40 खत्म हुआ। मैसेज टोन सुन बंध जाती उम्मीद आपरेशन कोड 40 की मैसेज टोन अन्य वाट्स मैसेज से अलग थी। हर मैसेज की टोन के साथ ही नए सुराग की उम्मीद बंध जाती थी।

मोबाइल लोकेशन बना अहम साक्ष्य
सर्विलांस टीम को हत्याकांड से संबंधित अहम सुराग इंस्पेक्टर सदर नरेंद्र सिंह ने दिया। टीम में शामिल नरेंद्र सिंह शक के दायरे में आए लोगों की कॉल डिटेल खंगालते समय आकाश और विजय की लोकेशन 23 नवंबर और 18 दिसंबर को नौ मील और लालऊ के बीच मिली। योगेश ने आकाश और विजय से ही संजलि के पिता हरेंद्र पर 23 नवंबर की रात हमला कराया था। संजलि को जलाने के दिन भी दोनों के मोबाइल की लोकेशन वहां थी।

पुलिस टीम को मिला सम्मान
संजली हत्याकांड का पर्दाफाश करने वाली टीम पर मंगलवार को पुरस्कारों की बारिश हुई। डीजीपी और एडीजी आगरा जोन ने 50-50 हजार रुपये जबकि एसएसपी ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। पर्दाफाश करने वाली टीम में क्रिमिनल इंटेलीजेंस विंग प्रभारी इंस्पेक्टर अनुज कुमार, इंस्पेक्टर रवि त्यागी के अलावा इंस्पेक्टर अजय कौशल, गिरीश गौतम, एसओ मलपुरा विजय कुमार, एसआइ कपिल कुमार नैन, एसआइ सुनील तिवारी, साइबर सेल प्रभारी एसआइ अमित कुमार, सिपाही हृदेश कुमार, रियाजुद्दीन, विवेक जादौन, अमित चौधरी आदि थे।

Posted By: Inextlive