बीआरडी कैम्पस में कैद हुए डॉक्टर व उनकी फैमली
- बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 16 डॉक्टर के कोरोना संक्रमित पाए गए
- इसके बाद बदल गया डॉक्टर को फैमिली की रूटीन GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कालेज में जब से कोरोना संक्रमण का केस बढ़ना शुरू हो गया है। तभी से सरकारी आवास में रहने वाले डाक्टर्स व उनकी फैमिली पूरी तरह से अपने अपने घरों में कैद हो गई है। डर और दहशत के बीच डाक्टर्स की फैमिली की रूटीन ही चेंज हो गई है। न तो कोई पार्क में वॉक करने के लिए निकल रहा है और ना ही कैंपस से बाहर। वहीं मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से भी एहतियात बरतने के लिए जूनियर और सीनियर रेजीडेंट को बाहर न जाने की हिदायत दी गई है। बाहर निकलते ही नहींबीआरडी मेडिकल कालेज में एक तरफ जहां कॉलेज प्रशासनिक दफ्तर में काम करने वाले डाक्टर्स व कमर्चारी डर और दहशत में हैं। वहीं नेहरू चिकित्सालय में काम करने वाले डाक्टर्स अपने रूटीन पर हास्पिटल आ रहे हैं, लेकिन अपने सरकारी आवास से डिपार्टमेंट तक ही सिमट कर रह गए हैं। लोग घरों से तभी बाहर निकल रहे हैं, जब उन्हें ड्यूटी पर जाना हो या फिर बहुत ही जरूरी काम हो, इसके अलावा वह हर हाल में बाहर निकलना अवॉयड कर रहे हैं।
इन डिपार्टमेंट से निकल चुके हैं कोरोना के केस
- गायनी डिपार्टमेंट - पीडिया डिपार्टमेंट - एनेसेथिसिया डिपार्टमेंट - कैंसर डिपार्टमेंट कोरोना संकट के काल में रूटीन चेंज हो गई है। घर से डिपार्टमेंट और डिपार्टमेंट से घर तक आना जाना होता है। पहले पार्क में चली भी जाती थी तो अब बिल्कुल भी नहीं जाती। - प्रो। आदित्य वाणी कैंपस में अपने फैमिली के साथ रहती हैं। वे बताती हैं डर तो है, लेकिन सावधानी के लिए प्रीकाशन पूरा लिया जाता है। बाहर निकलते ही नहीं है। - अनिता त्रिपाठी