विभिन्न मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों ने कामकाज किया ठप

आफिसों में लटका ताला, दो दिन और चलेगी हड़ताल

ALLAHABAD: कैशलेस इलाज, मकान किराया भत्ते को महंगाई भत्ते से जोड़ने, पुरानी पेंशन बहाली आदि मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल का आगाज बुधवार को किया। पहले दिन राजकीय मुद्रणालय, डीआईओएसा, शिक्षा निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा परिषद, व्यापार कर, अर्थ एवं संख्या कार्यालय में कामकाज पूरी तरह ठप रहा। कर्मचारियों ने मेन गेट पर तालाबंदी कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर राज्य कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति द्वारा जीपीओ में किए गए धरने के दौरान विधानसभा घेराव पर हुए लाठीचार्ज की निंदा भी की गई

दोहराई दस सूत्रीय मांगें

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के आहवान पर हड़ताल के पहले दिन राजकीय मुद्रणालय के मुख्य द्वार पर दस सूत्रीय मांगों को लेकर सभा की गई। जिसमें प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन, इम्प्लाइज एसोसिएशन एवं श्रमिक संघ के जगदीश नारायण, सरोज, ओम प्रकाश, कुमार गौरव, जय सिंह, रवि कांत, राम गोपाल, अल्पनारायण सिंह, कल्लन यादव आदि उपस्थित रहे। सभा की अध्यक्षता रामसुमेर और संचालन जिला अध्यक्ष अजय भारती ने किया। डीआईओएस, शिक्षा निदेशालय, यूपी बोर्ड में तालाबंदी कर राम शंकर पांडेय, राजू पासी, एसपी मिश्रा के नेतृत्व में कर्मचारियों की आम सभा हुई। इसी तरह अन्य विभागों के मेन गेट पर भी तालाबंदी कर सभाएं आयोजित की गई।

हॉस्पिटल्स में दिखा असर

इसी क्रम में शहर के सरकारी हॉस्पिटल्स में हड़ताल का असर दिखा। राजकीय आप्टोमेट्रिस्ट एसोसिएशन के आंदोलन में शामिल होने से मरीजों को आंखों की जांच कराने में परेशानी का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन के महासचिव डॉ। एसएम अब्बास ने कहा कि आप्टोमेट्रिस्ट अपनी मांगों को लेकर हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। उप्र प्रधानाचार्य परिषद ने राज्यकर्मियों और शिक्षकों की तीन दिवसीय हड़ताल का समर्थन किया है। परिशद के प्रदेश संरक्षक स्नातक विधायक डॉ। यज्ञ दत्त शर्मा एवं प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश शर्मा ने केंद्र और राज्य सरकारों से सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों पर पुन: विचार करने समेत अन्य मागें दोहराई हैं।

Posted By: Inextlive