RANCHI : असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे श्रमिकों के लिए गुड न्यूज है। अब इन्हें काम की तलाश में इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिर्फ एक कॉल पर श्रमिकों को उनकी स्किल के अनुरुप काम मिल जाएगा। राज्य सरकार श्रमिकों के हित में कॉल सेंटर बनाने जा रही है। इस सेंटर में न सिर्फ श्रमिकों को काम उपलब्ध कराया जाएगा, बल्कि उनकी अन्य समस्याओं का भी समाधान होगा। वे अपनी शिकायत भी कॉल सेंटर में दर्ज करा सकेंगे। मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में श्रम, नियोजन और प्रशिक्षण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कॉल सेंटर खोलने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

श्रमिकों का बीमा भी

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों का बीमा कराने का सरकार ने फैसला किया है। पहले चरण में 50 हजार श्रमिकों का बीमा कराया जाएगा। इसके लिए श्रमिकों के बैंक खाते में पांच-पांच हजार रुपए बतौर फिक्स्ड डिपॉजिट रहेगा। इसी फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज से बीमा का सालाना प्रीमियर दिया जाएगा। इसके अलावा इन श्रमिकों को जूता, हेलमेट और साइकिल भी सरकार देगी।

पलायन करने वाले श्रमिकों के साथ अगर कोई हादसा हो जाए तो उन्हें भी सरकार की ओर से मदद की जाएगी। इसके तहत रजिस्टर्ड श्रमिकों को डेढ़ लाख रुपए और बिना रजिस्टर्ड मजदूरों को एक लाख रुपए की मदद राशि दी जाएगी। इतना ही नहीं, हर जिले में गरीब कल्याण मेला लगाया जाएगा।

48 वोकेशनल सेंटर में पढ़ाई अगस्त से

राज्य के 48 वोकेशनल सेंटर में इस साल अगस्त से युवाओं को वोकेशनल ट्रेनिंग देने की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। इन सेंटरों में करीब 3.19 लाख युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके अलावा आईटीआई कॉलेजों में अब मोबाइल रिपेयरिंग, बागवानी और खेती-किसानी के कोर्स भी शुरु किए जाएंगे। इस कोर्सेज के सिलेबस तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सरकार ने स्कूलों से ड्रॉप आउट बच्चों के लिए आईटीआई कॉलेजों में शॉट टर्म कोर्स शुरू करने का भी फैसला किया है।

Posted By: Inextlive