Patna : कॉलेज की गलियों में पहला कदम. कॅरियर की राह में एक और कदम. अब वक्त आ गया है पटना यूनिवर्सिटी में नए सेशन की ऑफिशियल शुरुआत का. हालांकि वोकेशनल कोर्सेज की क्लासेज पहले से ही शुरू हैं लेकिन सेशन का फस्र्ट डे तब ही माना जाता है जब ट्रेडिशनल कोर्सेज के न्यू बैच की क्लासेज शुरू हों.


पढ़ाई के साथ-साथ एंज्वाय भी करें
पटना यूनिवर्सिटी में अर्से बाद न्यू सेशन जुलाई लास्ट वीक में शुरू हो रहा है, जबकि इससे पहले तक सेशन बहुत लेट होने पर भी जुलाई सेकेंड वीक में क्लासेज शुरू हो ही जाती है। सेशन लेट होने का रीजन साफ है और पॉजिटिव भी। पहली बार हुए एडमिशन एंट्रेंस के कारण देरी हुई, लेकिन कॉलेजों का मानना है कि इस लेट का बहुत फर्क नहीं पड़ेगा, सेशन ऑन टाइम रहेगा.

लिये गए कई कड़े डिसीजन
पटना यूनिवर्सिटी में नए सेशन को लेकर एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारियां पूरी है। पीयू एडमिनिस्ट्रेशन का दावा है कि एकेडमिक एक्टिविटीज को ध्यान में रखते हुए हमने कड़े डिसीजन लिये हैं और हर हाल में फॉलो किये जाएंगे। इस संबंध में पटना कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज प्रो रणधीर कुमार सिंह का कहना है कि रैगिंग जैसी एक्टिविटी के लिए कैंपस में कोई जगह नहीं है, हमने इसे पूरी तरह प्रोहिबिटेड किया है। वहीं पीयू एडमिनिस्ट्रेशन सभी कॉलेजों को सेंट्रली ऑब्जर्व करने की तैयारी में है.

अलर्ट है कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन
पिछले कुछ सालों में रैगिंग की घटनाओं में पटना कॉलेज और बीएन कॉलेज का ही नाम उभरा है। इसलिए दोनों कॉलेजों को लेकर पीयू एडमिनिस्ट्रेशन के साथ कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन भी सतर्क है। बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो पीके पोद्दार का कहना है कि कॉलेज कैंपस में स्टूडेंट्स को पेशेंस से रहना होगा और अगर ऐसा ना हुआ तो हम स्ट्रिक्ट एक्शन लेने से नहीं हिचकेंगे। क्लासेज टाइमली शुरू होंगी और डिसिप्लिन हमारा मेन फोकस होगा.

पीयू एडमिनिस्ट्रेशन की तैयारियां
* सभी कॉलेजों में एंटी रैगिंग के स्लोगन चिपकाए गए हैं।
* टीचर्स क्लासेज में स्टूडेंट्स से खुद डायरेक्ट टॉक करेंगे।
* पीयू के प्रॉक्टर के नंबर सभी स्टूडेंट्स को दिए जा रहे हैं।
* कोई भी प्रॉब्लम होने पर प्रॉक्टर से स्टूडेंट्स संपर्क कर सकें।
* सभी कॉलेजों में एक एंटी रैगिंग टीम बनाई गई है.

क्या करें फस्र्ट डे
* कॉलेज कैंपस में जाने से बिल्कुल डरें नहीं।
* स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी के लिए पीयू एडमिनिस्ट्रेशन तैयार है।
* टेंशन ना लें, पूरे कांफिडेंस से क्लास अटेंड करें.
* रैगिंग के डर से क्लास बंक करने की कोई जरूरत नहीं.
* किसी प्रकार की बात होने पर सीधे टीचर्स से संपर्क करें.

'कॉलेज का नया सेशन है, तो स्टूडेंट्स इसमें पढऩे के साथ एंज्वाय करें। हम सभी कॉलेज में इंटरैक्टिव सेशन भी ऑर्गेनाइज कर रहे हैं, जिससे स्टूडेंट्स के बीच की हेजिटेशन जाए। कैंपस में एकेडमिक्स में अच्छे स्टूडेंट्स को एंट्री देने के लिए ही एडमिशन एंट्रेंस सिस्टम लागू किया गया। इसके बाद भी अगर रैगिंग जैसी कोई घटना सामने आती है, तो हम स्ट्रिक्ट एक्शन लेंगे, उन्हें कड़ी सजा मिलेगी.'
प्रो शंभूनाथ सिंह
वीसी, पटना यूनिवर्सिटी.

Posted By: Inextlive