नैनी के गजराज सिंह स्कूल एण्ड कॉलेज में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देता मिला पवन सिंह

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित आरक्षी पद की परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने सोमवार को नकल कराने वाले गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए अभियुक्त दूसरे को बैठाकर परीक्षा पास कराने का ठेका लेते थे। एक को नैनी स्थित गजराज सिंह स्कूल एण्ड कॉलेज से पकड़ा गया। जबकि पांच मेवालाल की बगिया स्थित शेट्ठी होटल से गिरफ्तार हुए।

यह बरामद हुआ

ओएमआर शीट, प्रश्न पत्र, दस मोबाइल, छह ब्लूटुथ डिवाइस, चौंतीस विभिन्न बैंकों के हस्ताक्षर किए गए अकाउंट पेई चेक व नगद एक लाख उन्चास हजार रुपए नकद मिले।

दूसरे के स्थान पर दे रहा था परीक्षा

एसटीएफ सीओ नवेंदु सिंह ने बताया कि परीक्षा केन्द्रों पर नजर रखी जा रही है। इस दौरान अतुल सिंह को सूचना मिली कि नैनी सरगम स्थित गजराज सिंह स्कूल एण्ड कॉलेज में अभ्यर्थी के स्थान पर दूसरा शख्स परीक्षा दे रहा है। टीम ने कॉलेज पहुंचकर कक्ष नम्बर 13 में रोल नम्बर 1131140600 रामकुमार यादव पुत्र जीत नरायन यादव निवासी अरौंगी सदर मिर्जापुर की बजाय पवन कुमार सिंह पुत्र अभयराज सिंह निवासी मानिकपुर जिला आरा को परीक्षा देते हुए पकड़ा।

होटल में मिले अन्य आरोपी

पवन ने बताया कि नकल कराने वाले गिरोह का कौशल सिंह पटेल निवासी सराय ममरेज, नितिन शुक्ला निवासी मरसड़ा जनपद भदोही, सत्येन्द्र कुमार सिंह निवासी टेंगरही जनपद बलिया, इमरान अली निवासी अमिलिया कला थाना मेजा एवं मो। इरफान निवासी मोहम्मदाबाद भोपतपुर थाना उतरांव आदि मेवालाल बगिया के पास शेट्ठी होटल में मौजूद हैं। टीम ने होटल की घेराबंदी की तो गिरोह के सदस्य भागने लगे, जिन्हें दौड़ाकर पकड़ा गया।

टोकन मनी के साथ कागजात जमा

गिरफ्त में आए कौशल सिंह पटेल ने बताया कि गिरोह के सभी सदस्य विभिन्न परीक्षाओं में अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वर को बैठा कर परीक्षा दिलाने का काम करते थे। परीक्षा से पूर्व अभ्यर्थी से टोकन मनी के रुप में एक से ड़ेढ लाख रुपए एडवांस लेते थे। परीक्षा से पहले एकाउंट पेई चेक, ओरिजनल आईडी प्रूफ, एडमिट कार्ड आदि जमा करा लेते थे।

बॉयोमैट्रिक अटेंडेस भी लगाते थे

अभ्यर्थी के बॉयोमेट्री अटेण्डेंस के लिए कैंडिडेट के दाहिने एवं बाएं हाथ के अंगूठे का निशान एमशील पर लेते थे। परीक्षा के दिन कैंडिडेट के स्थान पर सॉल्वर को बैठा कर परीक्षा दिलाते थे। सॉल्वर अंगूठे में एमशील से निकले अंगुंष्ठ छाप को पहनकर बॉयोमैट्रिक अटेण्डेंस लगा देता था। इससे किसी परीक्षा केन्द्र में किसी को कोई शक नहीं होता था।

सिविल लाइंस में दर्ज है केस

इमरान ने बताया कि 2014 में दीपक यादव नामक एक छात्र को परीक्षा की आंसरशीट देने के लिए सुभाष चौराहे पर बुलाया था। दीपक के आने पर उसके पास से रुपए लूट कर भागने लगा, तो सिविल लाइंस के सिपाहियों ने दौड़ाकर पकड़ लिया। उसके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज है।

Posted By: Inextlive