- गुरु के ताल के पास से दबोचे हैं सरगना समेत छह शातिर

- पेपर सॉल्व करने के नाम पर वसूलते थे छह से सात लाख

आगरा। एसटीएफ ने ऑनलाइन पेपर सॉल्वर गैग के सदस्यों को सरगना समेत दबोच लिया। एसटीएफ ने इनके कब्जे से दो लग्जरी कारें, आठ मोबाइल, एक लाख आठ हजार से ज्यादा की रकम व रेलवे समेत अन्य परीक्षाओं के 130 एडमिट कार्ड बरामद किए हैं।

एडीजी एसटीएफ के निर्देश पर हुई कार्रवाई

पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ लखनऊ के निर्देश पर रेलवे भर्ती बोर्ड और अन्य केन्द्रीय सेवाओं में ऑनलाइन फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इस निर्देश के अनुपालन में एसएसपी एसटीएफ आलोक प्रियदर्शी ने एएसपी राजकुमार मिश्रा एसटीएफ गौतमबुद्ध नगर को कार्रवाई के निर्देश दिए। एएसपी एसटीएफ राजकुमार मिश्रा ने अपनी टीम के एसआई सौरभ विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल सर्वेशपाल और अशोक सिंह को साथ लेकर फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग की धरपकड़ के लिए जाल बिछाना शुरु कर दिया।

कंप्यूटर सिस्टम हैक करने की थी तैयारी

शनिवार को आगरा के कई केन्द्रों पर रेलवे की परीक्षा थी। इस दौरान एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित गुरु के ताल के पास ऑनलाइन पेपर सॉल्व कराने के गैंग का मुख्य सरगना राहुल गोस्वामी अपने पांच साथियों के साथ रुका है। वह अपने पांच साथियों सहित रेलवे की परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी बिठाकर ऑनलाइन लैपटॉप सिस्टम से मूल अभ्यर्थी के कम्प्यूटर को हैक करेगा, हालांकि सरगना राहुल ये काम करने में असफल रहा। इधर, एसटीएफ टीम ने शनिवार शाम पौने सात बजे गैंग को दबोच लिया।

फर्जी अभ्यर्थी बिठाते थे एग्जाम में

एसटीएफ के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने रविवार को इस संदर्भ में सिकंदरा थाने पर मीडिया के सामने गैंग सरगना और अन्य सदस्यों को एक्सपोज किया। एएसपी एसटीएफ ने बताया कि ये सभी गिरोह बनाकर कई वर्षो से परीक्षा केन्द्रों के संचालकों व विभाग के गोपनीय दस्तावेजों की मदद से पेपर आउट कराते हैं। फर्जी अभ्यर्थी बिठाकर ऑनलाइन कंप्यूटर हैक कर लेते हैं और परीक्षा के प्रश्नपत्र को सॉल्व कर देते हैं। गैंग इस काम के लिए एक अभ्यार्थी से छह से सात लाख रुपये लेता था। इस रकम को सॉल्वर तलाशने वाले एजेंट संचालक और टेक्नीशियन में बांट दिया जाता।

लग्जरी कार समेत कई मोबाइल बरामद

एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग के राहुल गोस्वामी पुत्र वीरेन्द्र निवासी मकनपुर सहपऊ हाथरस, राजेश कुमार सिंह पुत्र भूप सिंह निवासी गनपति नगर केके नगर सिंकदरा, मोहन सिंह पुत्र सरवन सिंह निवासी बल्देव आशियाना सिकंदरा, ज्ञानेन्द्र पुत्र कैलाश सिंह निवासी अग्रसेन कोतवाली भरतपुर, अंकित यादव पुत्र नरेन्द्र सिंह निवासी गोविन्द पुर भौगांव मैनपुरी, कौशलेन्द्र यादव पुत्र महीपाल निवासी मैनपुरी दबोचे हैं। गैंग से बिना नंबर की टाटा सफारी और एक स्विफ्ट डिजायर कार (नंबर यूपी 86 एन 7507) के अलावा आठ मंहगे मोबाइल फोन, एक लाख आठ हजार 270 रुपये, रेलवे और अन्य परीक्षा संबंधी 130 एडमिट कार्ड, एक लैपटॉप मय सॉफ्टवेयर इंस्टॉल बरामद हुआ है।

कोई कॉलेज संचालक तो कोई शिक्षक है

राजेश मौजूदा समय में देव एजूकेशन पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज सिकंदरा का संचालक है। मोहन बीएससी बीएड तक शिक्षित है। वर्तमान में हरदोई के जलालपुर में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक है। जबकि ज्ञानेन्द्र भरतपुर में सॉल्जर डिफेंस एकेडमी के नाम से कोचिंग चलाता है।

Posted By: Inextlive