बेरोजगारों को लूटने वाला गिरोह दबोचा
- एक साल से दून में चल रहा था बेरोजगारों को ठगने का धंधा
- बिजनेस पार्क में आरोपियों द्वारा खोला गया था फर्जी कॉल सेंटर - तीन आरोपी किये एसटीएफ ने अरेस्ट, कॉल सेंटर किया सील DEHRADUN: बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले एक गिरोह का एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है। बाकायदा यह काम ऑनलाइन किया जाता था और ठगों ने शहर में इसके लिए एक फर्जी कॉल सेंटर भी खोल रखा था। एसटीएफ ने मामले में तीन आरोपियों को अरेस्ट कर कॉल सेंटर सील कर दिया है। गिरोह द्वारा पिछले एक साल से यह गोरखधंधा चलाया जा रहा था। ऑनलाइन किया जाता था डाटा अपडेटएसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक गिरोह द्वारा बेरोजगारों का डाटा बिहार, महाराष्ट्र, यूपी से मंगवाया जाता था। इसके लिए गिरोह द्वारा दो साइट्स को हायर किया गया था। बाकायदा हायर की गई साइट्स के लिए गिरोह द्वारा हर महीने भ्0 हजार रुपए का भुगतान किया जाता था। दून में ठगी के इस धंधे को चलाने के लिए गिरोह ने एक साल के भीतर तीन ठिकाने बदले थे, ताकि ठगी के इस धंधे का खुलासा न हो पाए।
फर्जी कॉल सेंटर सीलगिरोह द्वारा दून में बिजनेस पार्क में एक कॉल सेंटर खोला गया था। यहीं से ठगी का पूरा धंधा चलता था। एसटीएफ ने कॉल सेंटर से ख्भ् डेस्कटॉप, क्फ् लैपटॉप, ख्भ् मोबाइल जब्त किये हैं। एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक इस कॉल सेंटर में ख्ख् लोगों को नियुक्त भी किया गया था, जिन्हें हर महीने करीब ढाई लाख रुपए वेतन दिया जा रहा था। पुलिस ने कॉल सेंटर से सामान जब्त कर उसे सील कर दिया है।
ये शातिर चढ़े हत्थे राहुल कुमार पुत्र दयाराम बिजनौर, यूपी रचित पुत्र सुभाष चन्द्र अलीगढ़, यूपी सुनील कुमार पुत्र यशवंत कुमार बड़कोट, उत्तरकाशी ------------- पिछले एक साल से गिरोह बेरोजगारों को ठग रहा था। मुखबिर से एसटीएफ को गिरोह के इनपुट मिले थे, एसटीएफ ने छापा मारकर तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। बिजनेस पार्क में इनके द्वारा खोला गया कॉल सेंटर भी सील कर दिया गया है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। रिधिम अग्रवाल, एसएसपी, एसटीएफ।