खुद के स्‍टिंग ऑपरेशन को उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री हरीश रावत ने झूठा और मनगढ़ंत बताया है। खुद पर लगाए सभी आरोपों की उन्‍होंने सफाई दी है। इस बाबत रावत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह के कहने पर उनके खिलाफ साजिश की जा रही है।

ऐसी हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस
इसके लिए रावत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया। उन्होंने कहा कि जो भी कमेंट्री दी जा रही है, अगर वो सभी सही है तो ये साबित हो जाता है कि बागी विधायक थे वो पैसे के लिए गए। सिर्फ यही नहीं पैसों के लिए ही वो बात भी करना चाह रहे हैं। उन्होंने बताया कि सामने आई स्टिंग की सीडी झूठी है, गलत है। जितने भी लोग इसके पीछे बताए जा रहे हैं, उनकी इमेज किसी से भी छिपी नहीं है।
सच साबित होने पर माफी मांगने को कहा
सिर्फ यही नहीं उन्होंने तो यहां तक कहा कि अगर सीडी सच साबित होती है तो वो सबके सामने माफी मांगने को तैयार हैं। उधर दूसरी ओर, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हरीश रावत का बचाव किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता श्याम जाजू और कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची है।
ऐसे लगे सीएम पर आरोप
बता दें कि इसके पहले कांग्रेस के बागी विधायक हरक सिंह रावत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर सीएम हरीश रावत पर दोषारोपण किया। उन्होंने इसको लेकर स्टिंग ऑपरेशन की एक सीडी दिखाई और इस बात का दावा भी किया कि इसमें हरीश रावत विधायकों को लालच देते दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन 9 विधायकों के अलावा बीजेपी के विधायकों को भी खरीदने का प्रयास जोरों पर है।
हरक सिंह ने मांगी सुरक्षा
इसके बाद हरक सिंह रावत ने आरोप लगाया कि विधायकों को धमकी मिल रही है। इसके इतर राज्य में खतरनाक माहौल बन चुका है। उन्होंने सभी विधायकों की जान को खतरे में बताया है। ऐसे में उन्होंने केंद्र सरकार से सुरक्षा की भी मांग की है। उत्तराखंड में उन्होंने राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की है।

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Posted By: Ruchi D Sharma