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करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान फायर विभाग ने लगाया है

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दर्जन गाडि़यों को आग पर काबू के लिए फायर सर्विस ने लगाया था

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सेना की गाडि़यों को भी मदद के लिए मंगाना पड़ा

-बैरहना क्रासिंग स्थित लल्लू जी एंड संस के गोदाम में आग से मची इलाके में अफरा-तफरी

पानी की कमी पड़ी तो बिग बाजार और सीबीएसई बोर्ड से लिया गया पानी

ALLAHABAD: कीडगंज थाना क्षेत्र के बैरहना रेलवे क्रासिंग के समीप स्थित लल्लू जी एण्ड संस के गोदाम में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। सेना की दो सहित फायर विभाग की चार दर्जन गाडि़यों को आग पर काबू पाने में कई घंटे लग गए। जब तक आग पर काबू पाया गया, गोदाम में रखा करोड़ों का माल स्वाहा हो चुका था। फायर विभाग के अनुसार एक करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान है। आग बुझाने के दौरान फायर सर्विस की गाडि़यों को गोदाम तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रास्ते में रेलवे लाइन पड़ने के कारण भी काफी दिक्कत हुई। अंत में फायर सर्विस के जवानों ने गोदाम के आसपास बने ऊंचे मकानों पर चढ़कर आग पर पानी की बौछार फेंकी, जिससे आग पर काबू पाया जा सका। आग की लपटों को देख इलाके के लोगों को यह भय सता रहा था कि कहीं उनके भवन भी इसकी चपेट में न आ जाएं।

अचानक उठा धुंए का गुबार

कीडगंज थाना क्षेत्र के रामबाग रेलवे स्टेशन के सामने रहने वाले जगदीश अग्रवाल का लल्लू जी एण्ड संस के नाम से बड़ा कारोबार है। उन्होंने घर के अलावा बैरहना रेलवे क्रासिंग के निकट एक बड़ा गोदाम बनाया है। मंगलवार को दिन में करीब डेढ़ बजे अचानक गोदाम के अंदर से धुंआ उठा। यह देख आसपास के लोगों ने शोर मचाना शुरू किया। उस समय गोदाम में अंदर दर्जनों की संख्या में मजदूर आग से अंजान अपने काम में मशगुल थे। शोर सुनकर बाहर निकले तो उन्हें पता चला कि गोदाम में भीषण आग लग गई है। उन्होंने शोर मचाकर अन्य मजदूरों को गोदाम से बाहर निकाला और फायर विभाग को आग की सूचना देकर आसपास स्थित पानी के श्रोतों से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया।

देखते ही देखते उठने लगी लपटें

आसपास के लोग और गोदाम के मजदूरों के लाख प्रयास के बावजूद आग में कमी नहीं आई और देखते ही देखते ऊंची लपटें उठने लगीं। गोदाम में रखे लकड़ी और प्लास्टिक तक आग पहुंची तो उसकी विकरालता और बढ़ गई। यह देख जिनके घर आसपास स्थित थे वे अपने घरों को इस अंदेशे में पानी से गिला करने लगे कि कहीं आग उनके भवनों को भी अपनी चपेट में न ले ले।

गोदाम तक जाने का रास्ता नहीं

उधर, गोदाम में आग की सूचना पर पहुंचे फायरकर्मियों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि आग कितनी भयावह है। गोदाम के जिस हिस्से में आग लगी थी वह रेलवे लाइन से सटा था। इसलिए फायरकर्मियों को वहां तक गाड़ी ले जाने का रास्ता ही नहीं मिल रहा था। तब उन्होंने आसपास के लोगों से मदद मांगी और दूसरे मकानों के बीच से होकर पाइप आग की ओर ले जाकर उसे बुझाने का प्रयास शुरू किया। लेकिन आग पर कोई असर नहीं पड़ रहा था। तब उन्होंने आग की भयावहता की जानकारी सीएफओ को दी। सीएफओ ने तत्काल फायर सर्विस की सभी गाडि़यों को मौके पर रवाना किया और जिले के अन्य इलाकों की गाडि़यों को भी इमरजेंसी बताकर मौके लिए रवाना किया गया। उन्होंने सेना की दो गाडि़यों को भी मदद के लिए बुलाया और खुद भी घटनास्थल के लिए रवाना हुए। सीएफओ की सूचना के बाद फायर सर्विस की लगभग चार दर्जन गाडि़यों के साथ सेना की दो गाडि़यों की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया। इस दौरान पानी की कमी सामने आई तो बिग बाजार और सीबीएसई बोर्ड से मदद मांगी गई। वहां से पानी का इंतजाम होने के बाद आसपास के लोगों से मदद मांगी गई। इसके बाद फायर सर्विस और सेना के जवानों ने वहां बनी ऊंची बिल्डिंगों से गोदाम पर पानी की बौछार फेंकनी शुरू की। तब कहीं देर शाम तक आग पर काबू पाया जा सका।

आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। मौके पर दमकल की चार दर्जन से अधिक गाडि़यां लगाई गई थीं। आग में करीब एक करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान है। गोदाम मालिक द्वारा इंश्योरेंस न होने की बात बताई गई है। जांच की जा रही है।

आरएस मिश्रा, सीएफओ, फायर विभाग

Posted By: Inextlive